नई दिल्ली, 15 मार्च (आईएएनएस)| केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने लंदन में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान को लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान, संसदीय परंपरा, देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और वोट करने वाले हर नागरिक का अपमान बताते हुए मांग की है कि राहुल गांधी को संसद से भागने की बजाय आकर माफी मांगनी चाहिए। स्मृति ईरानी ने कहा कि चुनावों में हार-जीत राजनीतिक परंपराओं का हिस्सा है लेकिन राहुल गांधी ने ऐसे देश में जाकर विदेशी ताकतों को भारत पर धावा बोलने का आमंत्रण दिया है जिसका इतिहास भारत को गुलाम बनाने का रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ाते हुए राहुल गांधी ने इस बात को लेकर खेद व्यक्त किया कि, क्यों विदेशी ताकतें आकर भारत पर धावा नहीं बोलती हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर राहुल गांधी का द्वेष अब भारत के प्रति द्वेष में बदल चुका है। केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी से सवाल पूछते हुए कहा कि उन्होंने विदेश में कहा है कि देश में उन्हें किसी विश्वविद्यालय में बोलने का अधिकार नहीं है। ऐसा है तो 2016 में देश की राजधानी दिल्ली के एक विश्वविद्यालय (जेएनयू) में जब ‘भारत तेरे टूकड़े होंगे’ का नारा लग रहा था तब उन्होंने वहां जाकर जो उसका समर्थन किया, वो क्या था?
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हाल ही में राहुल ने कहा था कि पूरे देश में शांति है, सौहार्द है और देश में उन्हें कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिला जो कहे कि उनके प्रति कटुता का भाव है। ऐसे में राहुल यह बताएं कि वो झूठ कब बोल रहे थे, अपनी यात्रा के दौरान भारत में झूठ बोल रहे थे या अब लंदन में झूठ बोल रहे हैं?