नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर 25 जुलाई को एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब दो ननों—सिस्टर वंदना और सिस्टर प्रीति को बिना किसी कानूनी आधार और धर्मांतरण और मानव तस्करी के झूठे आरोपों में हिरासत में लिया गया। यह घटना अल्पसंख्यक अधिकारों और महिलाओं के अधिकारों पर गंभीर हमला है।
कांग्रेस के महासचिव और राज्यसभा सांसद KC वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने इस मुद्दे को संसद में उठाया और सरकार से कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस पर सख्त कदम नहीं उठाती है, तो स्थिति बिगड़ सकती है। वेणुगोपाल ने स्पष्ट तौर पर सरकार से यह भी कहा कि वह ननों को तुरंत रिहा करे और इस मामले पर स्पष्ट जवाब दे।
“अगर सरकार अब भी कार्रवाई नहीं करती, तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है। सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना होगा और इन ननों को रिहा करना होगा,” वेणुगोपाल ने कहा।
यह घटना राज्य सरकार की ओर से कोई उचित कदम उठाए बिना लंबित पड़ी है, और कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा बार-बार इस मामले पर सरकार से जवाब तलब किया जा रहा है।
A shocking incident took place at Durg Railway Station in Chhattisgarh on July 25. The detention of two nuns—Sister Vandana and Sister Preethi, without legal basis and on false allegations of conversion and trafficking, is a grave attack on minority rights and women’s rights.
If… pic.twitter.com/g6078KquFq
— Congress (@INCIndia) July 30, 2025
