पीएम मोदी डीजीपी सम्मेलन को करेंगे संबोधित, राष्ट्रीय सुरक्षा समेत तमाम मुद्दों पर होगी चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में तीन दिवसीय पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सम्मेलन को

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  • Updated On - November 30, 2024 / 04:12 PM IST

भुवनेश्वर, 30 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi)शनिवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में तीन दिवसीय पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षक(Three-day Director General of Police (DGP) and Inspector General of Police in Bhubaneswar) (आईजी) सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

यह सम्मेलन हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जा रहा है और इसमें सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस प्रमुख हिस्सा ले रहे है। साथ ही देशभर से अनेक पुलिस अधिकारी वर्चुअल तौर पर इस सम्मेलन से जुड़ रहे हैं। इस सम्मेलन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गृह राज्य मंत्री के साथ केंद्रीय गृह सचिव ने भी हिस्सा लिया।

अगले दो दिनों के दौरान देश का शीर्ष पुलिस नेतृत्व, मौजूदा एवं उभरती राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए एक खाका तैयार करेगा, जिनमें वामपंथी उग्रवाद, तटीय सुरक्षा, नारकोटिक्स, साइबर अपराध और आर्थिक सुरक्षा जैसे विषय शामिल हैं।

इसके साथ ही तीन नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन की प्रगति तथा पुलिसिंग से जुड़ी बैस्ट प्रैक्टिसिस की भी समीक्षा की जाएगी।

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के 59वें अखिल भारतीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।

अपने उद्घाटन संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री ने 2024 के आम चुनावों को शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न कराने और तीन नए आपराधिक कानूनों को निर्बाध रूप से लागू करने के लिए पुलिस नेतृत्व को बधाई दी। उन्होंने कहा कि तीन नए आपराधिक कानूनों से भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली, जो पहले दंड-केंद्रित थी, न्याय केंद्रित हो गई है। इन नए कानूनों की मूल भावना भारतीय परंपरा से प्रेरित है।

उन्होंने जम्मू-कश्मीर, उत्तर पूर्व और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति में हुए सुधार जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर संतोष प्रकट किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए पुलिस मेडल से सम्मानित किया।

उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को संपूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने तथा 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में सुरक्षा संस्थानों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। गृह मंत्री ने कहा कि देश की पूर्वी सीमाओं पर उभरती सुरक्षा चुनौतियों, आप्रवासन और शहरी पुलिसिंग के ट्रेंड्स जैसे विषयों पर फोकस होना चाहिए।

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