बेंगलुरु, 18 नवंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक में विपक्ष के नेता (LOP) आर. अशोक ने वीर सावरकर की तस्वीर हटाने के खिलाफ कांग्रेस सरकार को चेतावनी दी है। अशोक ने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस सरकार वीर सावरकर (Congress government veer savarkar) की तस्वीर हटाकर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर लगाने की योजना बना रही है।
अशोक ने कहा, ”वीर सावरकर एक देशभक्त हैं, जो स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान जेल में बंद थे।’ उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने विधानसभा में सावरकर की तस्वीर लगाई थी और अब कांग्रेस उसे हटाने की योजना बना रही है। अशोक ने कहा, “उनका (सरकार) तर्क है कि सावरकर की तस्वीर के बजाय दिवंगत पूर्व प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर लगाई जानी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि नेहरू की तस्वीर लगाना वंशानुगत राजनीति का महिमामंडन है। उन्होंने कहा,“कांग्रेस सरकार कर्नाटक में केवल दादा, मां, बेटे और पोते की तस्वीरें चाहती है। विपक्ष के रूप में, हम सत्तारूढ़ सरकार को चुनौती देंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा उठाए गए सांप्रदायिक कदमों और टीपू सुल्तान की विचारधारा को थोपने का भी बीजेपी विरोध करेगी।
उन्होंने कहा, “आवास मंत्री ज़मीर अहमद ने एक सांप्रदायिक बयान दिया है, इसमें कहा गया है कि स्पीकर एक मुस्लिम हैं और कांग्रेस सरकार ने हम सभी को उन्हें सलाम करने के लिए मजबूर किया है, हालांकि, उनके पद का सम्मान किया जाता है।”
पिछली बीजेपी सरकार ने 2022 में शीतकालीन सत्र के पहले दिन की शुरुआत के बाद सुवर्ण विधान सौध में वीर सावरकर की तस्वीर का अनावरण किया था।
बेलगावी में सुवर्ण विधान सौध के अंदर विवादित वीर सावरकर की तस्वीर लगाए जाने का विरोध करते हुए कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया था। कांग्रेस पार्टी ने तब स्पष्ट किया कि उसने बेलगावी सुवर्ण सौधा में वीर सावरकर की तस्वीर लगाने का विरोध नहीं किया। पार्टी की मांग है कि अन्य लोगों के साथ प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की भी तस्वीर लगाई जानी चाहिए।