यूपी सरकार ने सस्ते उप खनिजों के लिए 790 नये खनन क्षेत्र चिह्नित किये

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रदेश की जनता को वाजिब दामों में मौरंग, बालू, इमारती पत्थर समेत अन्य उपखनिज उपलब्ध कराने के लिए विभाग को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये थे।

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  • Publish Date - August 12, 2023 / 01:27 PM IST

लखनऊ, 12 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार ने भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में 790 नये खनन पट्टों के लिए क्षेत्रों को चिह्नित किया है। इसमें मीरजापुर, झांसी, प्रयागराज, बांदा, हमीरपुर, महोबा, सहारनपुर, जालौन, बिजनौर और गोरखपुर जैसे 10 जिले प्रमुख हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रदेश की जनता को वाजिब दामों में मौरंग, बालू, इमारती पत्थर समेत अन्य उपखनिज उपलब्ध कराने के लिए विभाग को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये थे।

इसके साथ ही उन्‍होंने उप खनिजों के परिवहन के लिए अधिक से अधिक रेल मार्ग का उपयोग करने के भी निर्देश दिये थे। इससे जहां सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी, वहीं आम जनमानस को सस्ते दामों में उपखनिज मिलने के साथ पर्यावरण के लिहाज से भी काफी फायदेमंद साबित होगा।

मुख्यमंत्री योगी ने भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को जनता को वाजिब दामों में उप खनिज उपलब्ध कराने के लिए नये खनन पट्टे बढ़ाने के निर्देश दिये थे। उन्होंने कहा था कि वर्तमान में प्रदेश में उप खनिजों की मांग के अनुरूप उपलब्धता कम है। ऐसे में मांग को पूरा करने के लिए अन्य राज्यों से उप खनिजों का परिवहन होता है। इससे उप खनिजों के दामों में काफी उछाल आता है। वहीं बारिश के मौसम में इनके दाम आसमान छूने लगते हैं। इससे आमजन मानस के साथ सरकार को भी काफी नुकसान होता है।

सीएम योगी ने बैठक में विभाग को प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक औद्योगिक खनिज उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं ताकि प्रदेश को एक लाख करोड़ की अर्थव्‍यवस्‍था बनाने की राह आसान हो सके।

भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के मुख्‍य सचिव अनिल कुमार ने बताया कि विभागीय समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रदेश में उप खनिज के पट्टों की संख्या बढ़ाने पर काम शुरू कर दिया गया है। प्रदेश भर में चिह्नित नये 790 खनन क्षेत्रों में प्रमुख 10 जिलों का पहले ही उप खनिजों के खनन में 75 प्रतिशत योगदान रहा है। इस पर इनकी मॉनीटरिंग और सर्वे कराया गया, जिसके परिणाम स्वरूप इन 10 जिलों में नये 601 क्षेत्र उप खनिज के खनन के लिहाज से उपयुक्त पाए गए। वहीं 189 खनन के क्षेत्र प्रदेश के विभिन्न जिलों में चिह्नित किये गये हैं। इन चिह्नित क्षेत्रों में सीएम योगी के निर्देश के अनुसार इंडस्ट्रियल मिनिरल्स पर खासा फोकस किया गया है। मालूम हो कि वर्तमान में प्रदेश भर में कुल 1,157 क्षेत्रों में उप खनिजों का खनन होता है।

विभाग की सचिव डॉ. रौशन जैकब ने बताया कि मीरजापुर में 328, झांसी में 84, प्रयागराज में 36, बांदा में 34, हमीरपुर और महोबा में 26, सहारनपुर में 20, जालौन में 18, बिजनौर में 15 और गोरखपुर में 14 नये क्षेत्र उप खनिज के लिए उपयुक्त पाए गए हैं। वहीं प्रदेश के विभिन्न जिलों में 189 नये क्षेत्र खनन के लिए चिह्नित किए गए हैं। इन नये क्षेत्रों में उप खनिज की मात्रा के आकलन के लिए सर्वेक्षण कार्य शुरू कर दिया गया है।

इन नये क्षेत्रों के सर्वेक्षण का कार्य जैसे-जैसे पूरा होता जाएगा, विभाग की ओर से टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। विभाग की मानें तो मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप विभाग अगस्त से अक्टूबर के बीच 200, नवंबर से जनवरी के बीच 290 और फरवरी से अप्रैल के बीच 300 नये खनन पट्टे को टेंडर के जरिये आवंटित कर देगा।