नई दिल्ली, 23 जून (आईएएनएस)| कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjuna Kharge) ने शुक्रवार को पटना में विपक्षी दलों की बैठक के लिए रवाना होने से पहले दिल्ली में कहा कि वह चाहते हैं कि केंद्र से भाजपा सरकार को हटाने के लिए सभी दल एकजुट होकर लड़ें। उन्होंने कहा कि संसद के मानसून सत्र से पहले कांग्रेस दिल्ली के अध्यादेश के मुद्दे पर फैसला करेगी।
पटना में समान विचारधारा वाले दलों की पहली बैठक के लिए रवाना होने से पहले मीडिया से बात करते हुए खड़गे ने कहा, हम सभी बीजेपी के खिलाफ मिलकर लड़ना चाहते हैं और हमारा एजेंडा एकजुट होकर बीजेपी सरकार को हटाना है।
खड़गे ने कहा, हम चाहते हैं कि सभी लोग एकजुट होकर लड़ें और वहां जाकर हम सभी की राय लेंगे और आम सहमति बनाएंगे। राहुल गांधी विपक्षी एकता की कोशिश कर रहे हैं और पटना में यह बैठक उसी का हिस्सा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ‘आप’ द्वारा अध्यादेश पर कांग्रेस का समर्थन नहीं मिलने पर विपक्ष की बैठक से वॉकआउट की धमकी के बारे में एक सवाल पर, खड़गे, जो राज्यसभा में विपक्ष के नेता भी हैं, ने कहा, मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
जब संसद सत्र शुरू होता है तो कई पार्टियां एजेंडा तय करती हैं कि उन्हें कौन से मुद्दे उठाने हैं और क्या छोड़ने हैं। यहां तक कि उनकी पार्टी के नेता भी संसद में सर्वदलीय बैठक में शामिल होते हैं। मुझे नहीं पता कि वे इसका प्रचार क्यों कर रहे हैं। संसद में किसका विरोध करना है और किसका समर्थन करना है, इस पर लगभग 18 से 20 पार्टियां निर्णय लेती हैं। और हम संसद सत्र से पहले इस पर (केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ ‘आप’ को समर्थन देने पर) फैसला लेंगे।
2024 के महत्वपूर्ण लोकसभा चुनाव से पहले समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ लाने के लिए विपक्षी दलों की पहली बैठक पटना में होने वाली है।
बैठक में समाजवादी पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल, डीएमके, जेएमएम, शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी और अन्य सहित कई शीर्ष विपक्षी दल भाग लेंगे।
खड़गे के अलावा बैठक में पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी भी शामिल हो रहे हैं।