छत्तीसगढ़। सिंध समाज के श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य देव झूलेलाल की जयंती (Dev Jhulelal’s birth anniversary) धूमधाम से मनाई गई। रायपुर सहित रायगढ़ में भी धूमधाम से जयंती मनाई गई। इसी कड़ी में रायगढ़ में आराध्य देव झूलेलाल की जयंती को ऐतिहासिक एवं यादगार ढंग से मनाया। जल के देवता माने जाते हैं झूलेलाल।
शाम छह बजे पक्की खोली से जब भगवान झूलेलाल की महाआरती के बाद झांकियां उनकी दिव्य ज्योति, संत कंवरराम की झांकी व धुमाल पार्टी, कर्मा पार्टी, डांडिया नृत्य बैंड पार्टी, आतिशबाजी और मधुर भजन के साथ निकली तब हजारों श्रद्धालुओं के कदम खुशी से थिरकने लगे और समाज के सभी आयु वर्ग के श्रद्धालुओं ने मधुर भजन जय झूलेलाल के साथ खुशी से निहाल होकर थिरकने लगे।
आज सुबह 10 बजे भगवान् झूलेलाल जी की आरती कार्यक्रम रखा गया। तत्पश्चात सेसा प्रसाद (मीठा चावल) का घर घर जाकर वितरण किया गया ढ्ढ व सुबह 10 बजे समाज के युवक युवतियों की संयुक्त रैली झूलेलाल मंदिर से नगर भ्रमण के लिए निकाली गई।
भगवान झूलेलाल जयंती की खुशी में दोपहर 1 बजे से सिंधु भवन में आम भंडारे का आयोजन किया गया और शाम पांच बजे झूलेलाल मंदिर से भव्य शोभा यात्रा के साथ बहराणा (ज्योत) की निकासी की गईढ्ढ शोभा यात्रा के साथ समाज के इष्टदेव भगवन झूलेलाल और संत कंवरराम की झांकियां भी निकाली गई ढ्ढ
शोभा यात्रा का जगह जगह शरबत, नमकीन, प्रसाद आदि का वितरण कर आत्मीय स्वागत किया गया ढ्ढ शोभा यात्रा झूलेलाल मंदिर से शुरू होकर चक्रधर नगर चौक , संत कंवरराम कॉलोनी होते हुए दरयाह शाह (केलो तट) पर भगवान् झूलेलाल जी की आरती पश्चात बहराणा (ज्योत) विसर्जन के साथ समापन हुई।
वहीं आज 10 अप्रैल को रात्रि 9 बजे झूलेलाल मंदिर प्रांगण में पुरस्कार वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रशंसा पत्र एवं मेमोंटो प्रदान कर उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा ढ्ढ इसके अतिरिक्त समाज के रक्तदाताओं, प्रावीण्य सूची में आने वाले, व्यावसायिक डिग्री हासिल करने वाले छात्र छात्राओं को भी प्रशंसा पत्र एवं मेमोंटो प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
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