राहुल गांधी भेदभाव करने के लिए जातिगत जनगणना कराना चाहते हैं : उज्जवल दीपक

उज्जवल दीपक ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं ने आरक्षण पर कभी विश्वास नहीं किया

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  • Publish Date - September 15, 2024 / 09:33 PM IST

रायपुर, 15 सितंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के दिग्गज भाजपा नेता उज्जवल दीपक (Ujjwal Deepak) ने रविवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर बेबाक राय दी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छह नई वंदे भारत ट्रेन का तोहफा दिया है, इससे रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मार्गदर्शन में रेलवे के विकास की सराहना की। वंदे भारत ट्रेन पर हाल में हुई पत्थरबाजी की घटनाएं चिंताजनक हैं। यह असामाजिक तत्वों कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी अराजक तत्वों को बढ़ावा दे रही है, जो ट्रेन को बेपटरी करने पर तुले हैं।

उज्जवल दीपक ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं ने आरक्षण पर कभी विश्वास नहीं किया। राहुल गांधी की जातिगत जनगणना की मांग भेदभाव करने के लिए है। पहले जाति पूछेंगे, फिर भेदभाव करेंगे, मैं राहुल गांधी से पूछना चाहूंगा, क्या वह इंदिरा गांधी, जवाहरलाल नेहरू से सहमत नहीं हैं, क्या वह अलग राजनीति करना चाह रहे हैं?

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के बयान का समर्थन किया कि कांग्रेस देश की सबसे बेईमान पार्टी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जो जितना बेईमान, वह उतना बड़ा नेता, जो जितना बड़ा आरोपी, वह उतना बड़ा नेता, जो जितना बड़ा घोटालेबाज, वह उतना बड़ा नेता है। कांग्रेस देश की नहीं बल्कि विश्व की सबसे बेईमान पार्टी है।

उज्जवल दीपक ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयान का भी समर्थन किया कि भाजपा में कोई भी प्रधानमंत्री बनने के योग्य है। उन्होंने कहा कि भाजपा में परिवारवाद नहीं चलता है। भाजपा में राजा का बेटा राजा नहीं बनता है। बल्कि, हर सदस्य और कार्यकर्ता प्रधानमंत्री बनने लायक होता है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से इस्तीफा देने के ऐलान करने पर उन्होंने कहा कि उन्हें शर्म आनी चाहिए कि उन्होंने शराब घोटाले में फंसने के बाद भी इस्तीफा नहीं दिया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) में अरविंद केजरीवाल अपने से बड़े नेता किसी को नहीं समझते हैं। एक आदिवासी मुख्यमंत्री जैसे ही जेल गए, उन्होंने तुरंत इस्तीफा दिया, लेकिन, भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने वाले मुख्यमंत्री ने इस्तीफा नहीं दिया था। भ्रष्टाचार के खिलाफ उन्होंने झंडा बुलंद किया था, लेकिन आज वह उसी भ्रष्टाचार में फंस कर रह गए हैं।