गावस्कर ने बताया भारत की हार का असली ‘विलेन’, विराट के शतक पर भी पानी फेर गई ये एक चीज!

उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय परिस्थितियों में, खासकर जब मौसम थोड़ा नम होता है, तो टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना हमेशा ही बेहतर विकल्प होता है. ऐसा न कर पाने का खामियाजा भारत को उठाना पड़ा.

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  • Publish Date - December 4, 2025 / 05:18 PM IST

Sunil Gavaskar: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे मुकाबले में भारत को 4 विकेट से मिली हार के बाद, पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने हार के कारणों का सीधा विश्लेषण किया है. क्रिकेट के दिग्गज माने जाने वाले गावस्कर ने इस हार का ठीकरा किसी खिलाड़ी पर नहीं, बल्कि एक ऐसे फैक्टर पर फोड़ा, जो भारतीय उपमहाद्वीप में क्रिकेट के परिणामों को अक्सर प्रभावित करता है—यानी टॉस और ओस (Dew).

गावस्कर ने अपने विश्लेषण में कहा कि मैच के नतीजे में टॉस की भूमिका सबसे ज्यादा निर्णायक थी. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय परिस्थितियों में, खासकर जब मौसम थोड़ा नम होता है, तो टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना हमेशा ही बेहतर विकल्प होता है. ऐसा न कर पाने का खामियाजा भारत को उठाना पड़ा.

उन्होंने बताया कि मैच में आउटफील्ड बहुत गीला था और जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, मैदान पर ओस का असर बढ़ता गया. इस कारण दूसरी पारी में गेंदबाज़ी करना भारतीय टीम के लिए लगभग असंभव हो गया था. गावस्कर ने समझाया कि गीली गेंद साबुन की तरह महसूस होती है. गेंदबाज़ों के लिए उस पर पकड़ बनाना बेहद मुश्किल हो जाता है, जिसका सीधा असर उनकी लाइन और लेंथ पर पड़ता है. यहां तक कि फ़ील्डरों को भी गीली गेंद से रन-आउट के लिए सटीक थ्रो करना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि गेंद हाथ से फिसलने लगती है.

उनके अनुसार, यही वजह है कि भारत जैसी पिचों पर लक्ष्य का बचाव करते समय दूसरी पारी में गेंदबाज़ी करने वाली टीम को अक्सर हार का सामना करना पड़ता है. हालांकि इस मैच में विराट कोहली और रुतुराज गायकवाड़ दोनों ने शानदार शतक जड़े, लेकिन गावस्कर ने निष्कर्ष निकाला कि दक्षिण अफ्रीका का क्लीनिकल प्रदर्शन और ओस का समर्थन उन्हें जीत दिलाने में सहायक रहा.