अगर बुमराह को फिर से वहीं चोट लगी तो यह उनके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है : बॉन्ड

बुमराह ने इस साल की शुरुआत में सिडनी में न्यू ईयर टेस्ट के बाद से कोई मैच नहीं खेला है। इस मैच के दूसरे दिन बुमराह स्कैन के लिए मैदान से बाहर गए थे।

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  • Publish Date - March 12, 2025 / 01:20 PM IST

नई दिल्ली, 12 मार्च (आईएएनएस)। अगर जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) के पीठ पर फिर से उसी जगह चोट लगती है, जहां उनकी सर्जरी हुई थी तो यह न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज शेन बॉन्ड के अनुसार बुमराह के करियर के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। बॉन्ड का करियर भी लगातार पीठ की चोटों के कारण समय से पहले समाप्त हो गया था।

बुमराह ने इस साल की शुरुआत में सिडनी में न्यू ईयर टेस्ट के बाद से कोई मैच नहीं खेला है। इस मैच के दूसरे दिन बुमराह स्कैन के लिए मैदान से बाहर गए थे। पहले इसे पीठ की ऐंठन बताया गया था, लेकिन बाद में यह एक स्ट्रेस फ्रैक्चर निकला, जिसके कारण वह हाल ही में संपन्न हुए चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गए थे। बुमराह इस समय बेंगलुरु में बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में रिहैब कर रहे हैं और उनकी पूरी फिटनेस को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है कि वह आईपीएल 2025 में मुंबई इंडियंस (एमआई) के लिए खेलेंगे या नहीं।

बॉन्ड ने मुंबई इंडियंस के लिए कई वर्षों तक बुमराह के गेंदबाजी कोच के रूप में काम किया था। उनका मानना है कि बुमराह के कार्यभार को सावधानीपूर्वक प्रबंधित करना होगा ताकि उनकी चोट फिर से न उभर जाए। वर्तमान में राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजी कोच के रूप में भारत में मौजूद बॉन्ड ने बताया कि जैसे ही बुमराह सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन केवल पांच ओवर गेंदबाजी करने के बाद स्कैन के लिए गए, उन्हें शक हो गया कि यह स्ट्रेस से जुड़ी हुई चोट है।

बॉन्ड इस सदी में पीठ की सर्जरी करवाने वाले पहले तेज गेंदबाजों में से एक थे। उन्होंने 29 साल की उम्र में यह सर्जरी करवाई थी, जो वही उम्र है जब बुमराह ने भी अपनी सर्जरी करवाई। बॉन्ड ने 34 साल की उम्र तक चोटों के बावजूद क्रिकेट खेला लेकिन अंततः पहले टेस्ट और फिर छह महीनों के भीतर सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया। 2010 में द क्रिकेट मंथली के साथ बातचीत में बॉन्ड ने कहा था, “अगर मैं लगातार कुछ मैच खेलता था, तो मेरी बॉडी टूटने लगती थी और वह रिहैब से थक चुके थे।”

बॉन्ड ने बताया कि तेज गेंदबाजों के लिए सबसे अधिक चोटों का खतरा तब होता है जब वे टी20 से टेस्ट क्रिकेट में जल्दी बदलाव करते हैं। यही कारण है कि उन्हें बुमराह के लिए चिंता हो रही है क्योंकि भारत को जून में इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है, जो आईपीएल के ठीक एक महीने बाद शुरू होगी।

बॉन्ड ने कहा, “देखिए मुझे लगता है कि बुमराह ठीक रहेंगे, लेकिन यह पूरी तरह से उनके कार्यभार प्रबंधन पर निर्भर करता है। कार्यक्रम और आगामी दौरे को देखते हुए, उन्हें कहां आराम दिया जाए और कहां सबसे अधिक खतरा हो सकता है, यह तय करना होगा। आईपीएल से टेस्ट क्रिकेट में बदलाव एक बड़ा जोखिम होगा।”

भारत का इंग्लैंड दौरे का कार्यक्रम काफी व्यस्त है, जिसमें 28 जून से 3 अगस्त के बीच पांच टेस्ट मैच खेले जाने हैं। बॉन्ड ने कहा कि भारत और बुमराह को ऑस्ट्रेलिया दौरे की तरह उन पर ज्यादा भार नहीं डालना चाहिए, जहां उन्होंने पांच टेस्ट में कुल 151.2 ओवर फेंके थे, जिसमें से 52 ओवर सिर्फ मेलबर्न के बॉक्सिंग डे टेस्ट में थे। आगे बढ़ते हुए, बॉन्ड ने कहा कि वह नहीं चाहेंगे कि बुमराह लगातार दो से अधिक टेस्ट मैच खेलें।

“वह अगले विश्व कप और अन्य टूर्नामेंट्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों को देखते हुए मैं नहीं चाहूंगा कि वह लगातार दो से अधिक मैच खेलें। आईपीएल के बाद सीधे टेस्ट क्रिकेट में जाना उनके लिए बहुत बड़ा जोखिम होगा। इसे कैसे मैनेज किया जाए, यह सबसे अहम सवाल है।”

“अगर हम उन्हें पूरे इंग्लिश समर में फिट रख सकते हैं, तो ही मुझे भरोसा होगा कि वह अन्य प्रारूपों में भी फिट रह सकते हैं। लेकिन अगर उन्हें फिर से उसी जगह चोट लगती है, तो यह उनके करियर के लिए बहुत बड़ा झटका हो सकता है, क्योंकि संभवतः उस स्थान पर दोबारा सर्जरी करना मुश्किल होगा।”