छत्तीसगढ़ में 2161 करोड़ रुपये के चर्चित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई जारी है. इस मामले में जेल में बंद छत्तीसगढ़ के
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले की जांच में अब ईडी ने पूर्व आईएस विवेक ढांड को सरगना बताया है। इससे अब घोटाले की इस कहानी में बड़ा टीवट्स आ गया है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री और कांग्रेस नेता कवासी लखमा को बुधवार को बड़ा झटका लगा। ईडी की मांग पर रायपुर कोर्ट ने उन्हें सात दिन
ईडी के खुलासे के बाद प्रदेश में पूर्व आबकारी मत्री कवासी लखमा के यहां मिले कई आपत्तिजनक सबूत को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। जहां ईडी ने अपने
छत्तीसगढ़ के कथित 2000 करोड़ के शराब घोटाले की आग नए सरकार के कार्यकाल का 1 साल पूरा होने पर भी नहीं बुझी है. बीते दिनों पूर्व आबकारी मंत्री
छत्तीसगढ़ में हुआ शराब घोटाला काफी लंबे समय से प्रदेश की राजनीति में सुर्खियों पर है। इस मामले में शनिवार को भी पूर्व मंत्री कवासी लखमा समेत
मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की करवाई शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रही। इस
प्रवर्तन निदेशालय ने मध्य प्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ की कई जगहों पर छापे मारे हैं. मध्य प्रदेश में ईडी ने इंदौर और ग्वालियर, जबकि छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के शराब घोटाला मामले में ईडी ने एक और याचिका पेश की है। इसमें ईडी ने विशेष कोर्ट में 3 शराब डिस्टलरी को आरोपी बनाने का आग्रह किया
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 5 दिसंबर को महादेव बुक सट्टा एप/वेबसाइट के प्रमोटर, पैनल संचालक और प्रमोटरों के सहयोगियों की 387.99 करोड़ रुपए चल