हार्वर्ड टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने एकल-कोशिका स्तर पर वायु प्रदूषकों के प्रभाव को समझने पर ध्यान केंद्रित किया।
दिल्ली में धुंध की परत बनी रही और सुबह 7:15 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 371 था, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है।
इसके साथ-साथ अब सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में सांस और आंखों के मरीज की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
दिल्ली के गीता नगर क्षेत्र में शनिवार को एक्यूआई 280 दर्ज किया गया। यहां पर सुबह हल्की धुंध भी देखने को मिली।
डॉक्टरों ने बुधवार को कहा कि गिरते तापमान, बढ़ते प्रदूषण स्तर के चलते राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्ट्रोक के मामले 40 प्रतिशत तक बढ़ रहे हैं।
इस फैसले की घोषणा शुक्रवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने की।
बुधवार शाम छह बजे आनंद विहार में एक्यूआई 367 पर था जो 'बहुत खराब' की श्रेणी आता है, जबकि सीओ 108 पर 'मध्यम' श्रेणी में था।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता (Air Quality) 'बहुत खराब' श्रेणी में गिर गई।
इंडोनेशिया के बाली द्वीप में मंगलवार को 17वां जी20 शिखर सम्मेलन शुरू हुआ। इसमें विश्व आर्थिक सुधार, विश्व स्वास्थ्य प्रणाली और जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दे केंद्र में रहे।
देश में वायु प्रदूषण के स्तर में बहुत ज्यादा सुधार होता दिखाई नहीं दे रहा है। लोगों को भी इससे भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।