IT: आईटी मंत्रालय 125 शुरुआती स्टार्टअप को प्रदान करेगा फंडिंग और मेंटरशिप

अगस्त 2021 में शुरू किए गए इस समृद्ध कार्यक्रम का उद्देश्य 4 साल में 300 सॉफ्टवेयर उत्पाद स्टार्टअप को 99 करोड़ रुपये का समर्थन देना है।

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  • Publish Date - September 6, 2024 / 12:39 PM IST

नई दिल्ली। आईटी मंत्रालय ने गुरुवार को अपने स्टार्टअप एक्सेलेरेटर (startup accelerator) के दूसरे समूह की घोषणा की, जिसमें संभावित एक्सेलेरेटर के माध्यम से चयनित और समर्थित 125 प्रारंभिक स्टार्टअप को फंडिंग सहायता और मेंटरशिप प्रदान की जाएगी।

उत्पाद नवाचार, विकास और वृद्धि (समृद्ध) के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के स्टार्टअप एक्सेलेरेटर के तहत आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 2 अक्टूबर है।

पहले समूह में, 12 राज्यों से 22 प्रस्तावों को ओपन कॉल के माध्यम से चुना गया थे। इन एक्सेलेरेटर ने फिर एक बहु-स्तरीय स्क्रीनिंग प्रक्रिया के माध्यम से स्वास्थ्य-तकनीक, शिक्षा-तकनीक, कृषि-तकनीक, उपभोक्ता-तकनीक, वित्तीय-तकनीक, सेवा के रूप में सॉफ्टवेयर (सास) और स्थिरता के क्षेत्रों में से प्रत्येक में 5-10 स्टार्टअप का चयन किया।

दूसरा समूह सरकार के 100 दिवसीय एजेंडे का हिस्सा है, जिसके तहत संभावित एक्सेलेरेटर के माध्यम से 125 स्टार्टअप का चयन और समर्थन किया जाएगा, ताकि 300 स्टार्टअप को विकसित करने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि वह राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर उत्पाद नीति (एनपीएसपी)-2019 के तहत भारत के सॉफ्टवेयर उत्पाद उद्योग के विकास के लिए काम कर रहा है।

अगस्त 2021 में शुरू किए गए इस समृद्ध कार्यक्रम का उद्देश्य 4 साल में 300 सॉफ्टवेयर उत्पाद स्टार्टअप को 99 करोड़ रुपये का समर्थन देना है।

इस योजना का कार्यान्वयन इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय स्टार्ट-अप हब और डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन द्वारा किया जा रहा है।

सरकार ने कहा, “समृद्ध प्रोग्राम को पूरे भारत में संभावित और स्थापित एक्सेलेरेटर के माध्यम से कार्यान्वित किया जा रहा है, जो उत्पादों को बाजार के अनुकूल बनाने, व्यापार योजना, निवेशक संपर्क और स्टार्टअप के लिए अंतरराष्ट्रीय विस्तार के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा 40 लाख रुपये तक की मैचिंग फंडिंग जैसी सेवाएं प्रदान करता है।”

मंत्रालय के अनुसार, स्टार्टअप सहित घरेलू सॉफ्टवेयर उत्पाद उद्योग को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, टेक्नोलॉजिकल इनक्यूबेशन एंड डेवलपमेंट ऑफ एंटरप्रेन्योर्स (टीआईडीई) प्रोग्राम, नेक्स्ट जेनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम (एनजीआईएस), आईसीटी ग्रैंड चैलेंजेज, जेन-नेक्स्ट जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समर्थन दिया जा रहा है।