रायपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता, खल्लारी विधायक एवं पूर्व संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बिलासपुर लोकसभा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यादव समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है कांग्रेस पार्टी उनके बयान की निंदा करती है और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से यह मांग करती है कि यादव समाज से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे । इधर बीजेपी ने एक विडियो जारी कर कांग्रेस से पूछा इसमें किसी का अपमान नहीं हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने यादव समाज को लठैत कहा है, इस सामाजिक टिप्पणी से पूरे यादव समाज को नीचा दिखाने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री जी यादव समाज गौ रक्षा के लिए लाठी उठाना है, गौ सेवा ही उनका प्रमुख रोजी रोजगार भी है, आपने केवल राजनीतिक लाभ के लिए उन पर लठैत होने का अमानवीय आरोप लगाया है।
मुख्यमंत्री जी, यादव समाज एक सीधा सादा चरवाहा समाज है। लाठी उनका प्रतीक है, हमारा स्वाभिमान है। जिसे आप लठैत कहकर मजाक बना रहे हैं। मुख्यमंत्री जी आपके द्वारा जातिसूचक इशारे से यह प्रमाणित होता है कि अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रति आरएसएस और भाजपा में कितनी नफरत भरी है।
मुख्यमंत्री जी आपको प्रदेश की जनता ने सत्ता चलाने का अधिकार दिया है आप प्रदेश के पौने तीन करोड़ जनता के संवैधानिक मुखिया हैं, आप यादव समाज के भी मुख्यमंत्री हैं, यादव समाज के प्रति आपकी टिप्पणी अशोभनीय और निंदनीय है। मुख्यमंत्री जी यदुवंशी सीधे सादे जरूर हैं लेकिन ये गरवा चरइया अपने स्वाभिमान की लड़ाई भी लड़ना जानते हैं। एक मुख्यमंत्री का दिल बड़ा होना चाहिए जिसमें सभी समाज, जाति, धर्म के प्रति आदर का भाव हो। भाजपा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उनके हिसाब से भगवान श्री कृष्ण भी लठेत हैं ?
10 साल से केंद्र की सत्ता में बैठी मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी के पास अपनी उपलब्धि बताने के लिए कुछ नहीं है तो एक बार आरएसएस के आजमाए हुए नुस्खे पर काम करना शुरू कर दिया है। व्यक्तिगत टिप्पणी और जाति सूचक आरोप लगाकर समाज में आपसी वैमनस्य बढ़ाने, बांटने और काटने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है।
बीफ कंपनियों से चंदा खाने वाले भाजपाई, गौ हत्या और गौ तस्करी को संरक्षण देने वाले भाजपाई, यादव समाज पर अनर्गल और आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। डबल इंजन सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ में गौठानों की व्यवस्था बिगड़ गई, सैकड़ो गायें कंटेनर में भरकर हाईवे पर सरपट दौड़ रही हैं उस पर विष्णुदेव साय की चुप्पी साय सरकार की नियत पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। भाजपा बताए कि छत्तीसगढ़ की सामाजिक समरसता से भाजपा को इतनी हिकारत क्यों है? यादव समाज को प्रतिनिधित्व मिलने से मुख्यमंत्री जी इतने बौखला क्यों गए हैं?
पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, वरिष्ठ नेत्री शोभा यादव, देवेंद्र यादव, प्रवक्ता अजय गंगवानी, अमित श्रीवास्तव उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन यादव और भाजपा विधायक द्वय मोतीलाल साहू व गजेंद्र यादव ने एक संयुक्त वक्तव्य में कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर यादव समाज का अपमान करने के लगाए गए आरोप पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश-प्रदेश के हर तबके का अपमान और उनके साथ छल करने वाली कांग्रेस के लोगों के मुँह से इस तरह का मिथ्या प्रलाप कतई शोभा नहीं देता। भाजपा नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के पास चूँकि कोई मुद्दा नहीं रह गया है, इसलिए वो इस तरह का प्रलाप करके झूठ फैला रहे हैं, लेकिन प्रदेश का जनमानस और कोई भी समाज अब कांग्रेस के झाँसे में नहीं आने वाला है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता मधुसूदन यादव और दुर्ग के विधायक गजेंद्र यादव ने कहा कि सच तो यह है कि नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने मोदीजी के विरुद्ध हिंसा के लिये उकसाया और यादव समाज को केवल लठैत और सतनामी समाज को केवल गाली देने वाला समाज कहा, उस पर शर्मिंदा होने या माफी मांगने के बजाय कांग्रेस द्वारा उल्टे बकवास करना घृणित और निंदनीय है। कांग्रेसियों को तब यादव और सतनामी समाज के अपमान की पीड़ा क्यों नहीं हुई जब नेता प्रतिपक्ष महंत ने कांग्रेस के ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ ही एक विधायक का नाम लेकर उसे भी एक मजबूत ‘लाठी धरैया’ और एक पूर्व विधायक का नाम लेकर उसे सिर्फ गाली दे सकने वाला बताया था। प्रदेश के विकास में अपना अहम योगदान करने वाले विभिन्न समाजों का सार्वजनिक मंचों से खुला अपमान करने वाले कांग्रेसियों यह दोहरा राजनीतिक चरित्र प्रदेश की जनता देख रही है, समझ रही है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक मोतीलाल साहू ने कहा कि बदज़ुबानी की पराकाष्ठा पार करते हुए विश्व के सबसे बड़े नेता, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माँ की गाली दी गई, तब कांग्रेस का राष्ट्रीय प्रवक्ता निर्लज्जतापूर्वक हँसता रहा, यह पिछड़े समाज के प्रति कांग्रेस की घोर दुर्भावना का शर्मनाक प्रदर्शन था। किसी कांग्रेसी ने इसकी निंदा करना तो दूर, किसी ने अपने चेहरे पर शिकन तक नहीं आने दी! उन्होंने कहा कि श्री मोदी जैसे नायक को जन्म देने वाली दिवंगत माँ के नाम की दुनिया की सबसे भद्दी गाली देने पर भी किसी भी कांग्रेसी को न तो इसमें महतारियों का अपमान लगा, न साहू समाज का, न ओबीसी समाज का और न ही भारत देश का अपमान लगा। श्री साहू ने कहा कि कांग्रेस का पिछड़ा वर्ग के प्रति यह दुराग्रह शुरू से सामने आता रहा है और इसके लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सजा भी हुई और फिर माफी भी मांगनी पड़ी थी। यह हैरत की बात है कि कांग्रेसियों को नेता प्रतिपक्ष महंत के बयान की निंदा करने के लिए उनके बयान का जिक्र करना अपमान लग रहा है पर वे अपने नेताओं के भद्दे बयानों पर खामोश रहते हैं।
प्रदेश के वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि हार कर लौटती हुई सेना की तरह कांग्रेस अब सबकुछ ध्वस्त और नष्ट कर देना चाहती है। कांग्रेस अब सभ्यता, संस्कृति, शालीनता और सभी मर्यादाओं को घोटकर पी गयी है। सच तो यह है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का एक सौम्य और सहज आदिवासी चेहरा कांग्रेस को शूल की तरह से चुभ रहा है। कांग्रेसियों के इस कष्ट का कोई इलाज नहीं है। भाजपा ने आदिवासी समाज के कल्याण के लिए सतत चिंता करके योजनाओं का क्रियान्वयन किया। उनके लिए अटल जी के शासनकाल में अलग से एक मंत्रालय बनाया गया। पहली बार भाजपा ने देश के सर्वोच्च पद पर आदिवासी समाज की जुझारू बेटी श्रीमती द्रौपदी मूर्मू को राष्ट्रपति बनाया। श्री कश्यप ने कहा कि श्रीमती मूर्मू को राष्ट्रपति बनने से रोकने में विफल कांग्रेस ने महामहिम मूर्मू जी को ‘राष्ट्रपत्नी’ कह कर अपमानित किया। ऐसे गालीबाज कांग्रेसियों को आदिवासियों के नाम पर झूठ फैलाने के लिए शर्म महसूस करनी चाहिए।
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