रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के रायपुर संभाग प्रभारी और पूर्व विधायक सौरभ सिंह (Former MLA Saurabh Singh) ने प्रदेश सरकार के मंत्रियों के विभागों के बँटवारे को लेकर कांग्रेस (Congress) के पेट में उठ रहे मरोड़ पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि मलाईदार विभागों को लेकर मंत्रियों में चल रही रस्साकशी की कपोल कल्पना करके भाजपा के आंगन में ताकझांक करने की अपनी लत से कांग्रेस बाज नहीं आ रही है।
सिंह ने कहा कि प्रदेश के ऐतिहासिक जनादेश से सत्ता से बेदखल हो चुकी कांग्रेस के लोग अपनी पार्टी के घमासान को तो थाम नहीं पा रहे हैं, भाजपा और प्रदेश सरकार को लेकर ऊलजलूल बयानबाजी करके ‘खाली समय में’ कांग्रेसी नित-नई जुमलेबाजी करके हास्यास्पद प्रदर्शन कर रहे हैं।
भाजपा रायपुर संभाग प्रभारी व पूर्व विधायक सिंह ने कहा कि जिस दिन से कांग्रेसी सत्ता से उखाड़ फेंके गए हैं, उसी दिन से वे विचलित मनोदशा के शिकार हो गए हैं। पहले उनको इस बात की चिंता सता रही थी कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा? जब भाजपा ने आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में विष्णुदेव साय का चयन किया तो फिर वे मंत्रिमंडल के मंत्रियों को लेकर मनगणित लगाते रहे और अब विभागों के बंटवारे को लेकर निठल्ले राजनीतिक चिंतन में व्यस्त हैं! शर्मनाक हार की समीक्षा करने और उसके सबक पढ़ने के बजाय कांग्रेसी दूर की कौड़ियाँ उछालने में मशगूल हैं।
सिंह ने कहा कि दरअसल प्रदेश सरकार जिस तेजी से क्रांतिकारी निर्णय लेकर जनाकांक्षाओं की पूर्ति की दिशा में आगे बढ़ रही है, उससे कांग्रेस के लोग ज्यादा विचलित हो रहे हैं। वे यह देखकर हैरान हैं कि बिना विभागों के बँटवारे के भी कोई सरकार एकराय होकर जनता की सेवा के अपने संकल्पों के पथ पर अग्रसर हो रही है और ‘मोदी की गारंटी’ के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।
सिंह ने कहा कि कांग्रेसी अपने राजनीतिक चरित्र के चश्मे से भाजपा को देखने का हास्यास्पद उपक्रम कर रहे हैं। गुटबाजी, मलाईदार विभाग की ललक, अहंकार और जनता के साथ वादाखिलाफी कांग्रेस की संस्कृति रही है, लेकिन भाजपा में ऐसी कोई लालसा पाले बिना जनता के हित में निर्णय लेना उसकी प्राथमिकता है। इसीलिए प्रदेशभर में अवैध कब्जों को हटाने और माफियाओं पर शिकंजा कसने का काम शुरू हुआ, सत्ता में आते ही पहली ही कैबिनेट में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास के लिए राशि स्वीकृत की गई, किसानों को दो साल के बकाया बोनस की राशि का भुगतान कर दिया गया, प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी शुरू हो चुकी है, महतारी वंदन योजना के लिए बजट में प्रावधान रखा गया है। जिस तेजी से भाजपा की प्रदेश सरकार ‘मोदी की गारंटी’ पर अमल कर रही है, उससे कांग्रेसियों का मानसिक संतुलन बिगड़ता जा रहा है। कांग्रेस नेताओं की बेतुकी बयानबाजी इसी की मिसाल है।
यह भी पढ़ें : Political Story : क्या ‘मंत्री पद’ नहीं पाने वाले ‘नेताओं’ को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी!
यह भी पढ़ें : बंगाल राशन घोटाला : ईडी ने कहा, रहमान की चावल मिलों का लाइसेंस अवैध रूप से रिन्यूअल किया गया