छत्तीसगढ़ के 24 नेताओं की सुरक्षा पर कांग्रेस ने उठाए सवाल

भाजपा बतायें कि जिन 24 भाजपा नेताओं को सुरक्षा दी गयी, पिछले पांच सालों में उन्होंने कितनी बार अपनी सुरक्षा के लिये राज्य सरकार और स्थानीय पुलिस प्रशासन से आवेदन किया था।

  • Written By:
  • Publish Date - October 13, 2023 / 12:49 PM IST

रायपुर, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव (Assembly Polls) से पहले केंद्र सरकार द्वारा राज्य के 24 नेताओं को विशेष सुरक्षा मुहैया कराए जाने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए है और कहा है कि यह राज्य को बदनाम करने की कोशिश है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने 24 नेताओं की सुरक्षा केंद्र सरकार की ओर से दिए जाने पर कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को बदनाम करने के लिये भाजपाइयों को सुरक्षा दी है। सुरक्षा के लिये सिर्फ भाजपा का सदस्य होने को पैमाना माना गया है। क्या दूसरे दलों के नेताओं को खतरा नहीं है, जो सिर्फ भाजपा के नेताओं को सुरक्षा दी गयी है? कांग्रेस और दूसरे दलों के नेताओं को सुरक्षा क्यों नहीं दी गयी है? भाजपा की केंद्र सरकार ने जानबूझकर छत्तीसगढ़ की छवि खराब करने के लिये अपने नेताओं को एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी है।

भाजपा बतायें कि जिन 24 भाजपा नेताओं को सुरक्षा दी गयी, पिछले पांच सालों में उन्होंने कितनी बार अपनी सुरक्षा के लिये राज्य सरकार और स्थानीय पुलिस प्रशासन से आवेदन किया था। केंद्र सरकार यह भी बतायें कि इन सुरक्षा प्राप्त 24 नेताओं ने कब केंद्र सरकार से सुरक्षा के लिये आवेदन किया था जो केंद्र सरकार ने उनको सुरक्षा उपलब्ध करवाया।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शुक्ला ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के पास मुद्दा नहीं है। वह काल्पनिक मुद्दे गढ़ कर जनता में भ्रम फैलाती है। भाजपा के सारे बड़े नेता पिछले पांच सालों से सुरक्षा लेकर घूम रहे है। रमन सिंह तो राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से भी ज्यादा सुरक्षा लेकर चलते है। भाजपाई चुनाव के समय खुद को असुरक्षित बताने की नौटंकी करते है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा छत्तीसगढ़ में ईडी, आईटी के बाद अब सुरक्षा एजेंसियों की दुरूपयोग का षड़यंत्र कर रही है। 24 नेताओं की सुरक्षा भी भाजपाई षड़यंत्र का ही एक हिस्सा है। ईडी के माध्यम से झूठी कार्यवाहियां कर राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश रची गयी।