नई दिल्ली, 1 मई (आईएएनएस)। ‘धन वितरण’ और ‘विरासत कर’ को लेकर कांग्रेस के विचारों के खिलाफ (Against the views of Congress) देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन का दौर जारी है। इसी कड़ी में बुधवार को दिल्ली के कनॉट प्लेस और सरोजनी नगर मार्केट में छात्रों ने नुक्कड़ नाटक (Street theater by students) के जरिए अपना विरोध दर्ज कराया।
प्रदर्शन में शामिल एक शख्स ने कहा कि भारत में अगर ऐसा होता है तो लोग देश में नहीं बल्कि विदेशों में निवेश करना पसंद करेंगे।
रामजी बाली ने बताया कि संपत्ति बंटवारे से संबंधित कांग्रेस की जो पॉलिसी है, वह है आपकी संपत्ति का 55 फीसदी हिस्सा सरकार अपने पास और 45 फीसदी संपत्ति आपके बच्चों के बीच जाएगी, यह सुनने में अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा वेनेजुएला में हुआ था और उसके बाद देश की हालत क्या हो गई, यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है, पूरा देश कंगाल हो गया।
रामजी बाली ने कहा कि देश में अगर ऐसा होता है और अगर मैं अपने बच्चों के लिए कुछ जमा कर रहा हूं तो फिर क्यों करूंगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसा होता है तो फिर यहां इंडस्ट्री भी क्यों रहेगी? अगर उसके मालिक के मरने के बाद सरकार उसका 55 फीसदी पैसा ले लेगी तो फिर वह यहां इंडस्ट्री लगाने के बजाए कहीं और क्यों नहीं लगाएगा। सभी लोग अपना पैसा देश से बाहर के बैंक में जमा करने लगेंगे।
नुक्कड़ नाटक में शामिल एक युवक ने कहा कि राहुल गांधी ने जो कहा है कि वह सब कुछ एक समान करना चाहते हैं, इससे उस परिवार को तकलीफ होगी, जिसकी संपत्ति का 55 फीसदी हिस्सा किसी और को दे दिया जाएगा। वहीं, एक अन्य युवक ने कहा कि नाटक के जरिए हमने लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है।
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