रायपुर। (Western Disturbance in Chhattisgarh) छत्तीसगढ़ में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण 12 जिलों में आज यलो अलर्ट जारी किया गया है। धमतरी, गरियाबंद, कोंडागांव में बादल (Clouds in Kondagaon) छाए रहेंगे। कोरिया, मनेंद्रगढ़ में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। बस्तर संभाग के जिलों में अगले 4 दिन अंधड़ के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टरबेंस, ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन दक्षिण-पश्चिम राजस्थान, उत्तरी झारखंड तक बना हुआ है। जिसके असर से बस्तर संभाग में मौसम बदला रहेगा। गरज चमक के साथ यहां 30-40 किमी की रफ्तार से हवा भी चल सकती है।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) कैस्पियन या भूमध्य सागर से बनने वाले तूफान होते हैं। ये भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश और ठंड लाने का काम करते हैं। असल में ये हवाएं बर्फीली होती हैं, जो अपने साथ नमी लेकर आती हैं।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) भूमध्यसागर से निकलती हैं। इसके बाद ये ईरान, इराक, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से होते हुए सीधा भारत पहुंचती हैं। यहां पहुंचते ही यह मैदानी इलाकों में अपना असर दिखाने लगती हैं।
आज सुबह से मौसम साफ है। दोपहर के बाद धूप-छांव वाला मौसम रह सकता है। कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है। दिन का पारा 39 डिग्री और रात का तापमान 25 डिग्री के आस-पास रहने की संभावना है।
बुधवार को दिन का तापमान 39 डिग्री रहा जो सामान्य से 2.1 डिग्री कम था, जबकि न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री रहा। यह भी औसत से 1.2 डिग्री कम था।
बुधवार को बिलासपुर में अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से करीब 4.1 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में अधिकतम तापमान 37.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। रात का तापमान सामान्य से 4.1 डिग्री कम रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक सरगुजा संभाग के जिलों में भी दिन का तापमान सामान्य से कम रहा। अंबिकापुर में अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री रहा जो औसत से करीब 3 डिग्री कम था। वहीं न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री रहा जो नॉर्मल टेम्प्रेचर से 2.4 डिग्री कम था।
बुधवार को दुर्ग जिला प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। हालांकि यह नॉर्मल टेम्प्रेचर से 2.6 डिग्री कम था। वहीं न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री रहा जो औसत से 4.1 डिग्री कम था।
मई में हो रही बारिश कोई नई बात नहीं है। आमतौर पर मई के महीने में एक-दो बार तेज बारिश और अंधड़ की स्थिति बनती ही है। कई बार मई की शुरुआत में कुछ सिस्टम बनने के कारण प्रदेश में बारिश और तेज अंधड़ के एक-दो स्पैल आते हैं। इससे मई के पूरे महीने में अच्छी बारिश हो जाती है।
वैसे पिछले एक दशक में रायपुर में मई के महीने में सबसे ज्यादा बारिश 2021 में 93.2 मिमी रिकॉर्ड की गई थी। उस दौरान 24 घंटे में 57 मिमी बारिश 10 मई 2021 को दर्ज की गई थी। मई में सिस्टम बनने पर समुद्र से आने वाली हवा तेजी के साथ आगे बढ़ती हैं। इससे अंधड़ की स्थिति बनती है। 25 मई के बाद इस तरह की स्थितियां ज्यादा रहती हैं, उसी से मौसम में बदलाव की शुरुआत होती है।
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