भारत से बातचीत की भीख मांगकर शहबाज ने पाक को किया कमजोर : विपक्ष

मैंने मोहम्मद बिन जायद से अनुरोध किया है कि वह पाकिस्तान का एक भाई है और संयुक्त अरब अमीरात एक भाई देश है। उसके भारत के साथ भी अच्छे संबंध हैं, वह दोनों देशों को बातचीत की मेज पर लाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, और मैं विश्वास दिलाता हूं कि हम भारतीयों से पूरी ईमानदारी के साथ बात करेंगे।

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  • Publish Date - January 19, 2023 / 01:43 PM IST

इस्लामाबाद, 19 जनवरी (आईएएनएस)| विपक्षी पाकिस्तान (Pakistan) तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई)(PTI)  की नेता और पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (PM Shabazz Shareef) से उन मुद्दों पर बोलना बंद करने को कहा है, जहां उनके विचारों में स्पष्टता नहीं है और सिर्फ देश को कम आंका जाता है। उन्होंने एक ट्वीट (Tweet) में कहा, हमारे पास आयातित पीएम के लिए जोकर है, वास्तव में उन मुद्दों पर बात करना बंद कर देना चाहिए, जहां उनके पास विचारों की स्पष्टता नहीं है और केवल पाक को कमजोर करता है। यहां वह भारत से भीख मांगते हुए कहते हैं कि पाक ने ‘सबक सीख लिया है’। यह एक बेतुका बयान है।

डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक शरीफ ने हाल ही में अबू धाबी की अपनी यात्रा के दौरान संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल-नाहयान से भारत (India) के साथ बातचीत शुरू कराने के लिए कहा और ईमानदारी से बात करने की कसम खाई।

शरीफ ने अल-अरबिया समाचार चैनल को दिए एक साक्षात्कार में पुष्टि की कि उन्होंने बातचीत के लिए अल-नाहयान की मदद मांगी थी।

मैंने मोहम्मद बिन जायद से अनुरोध किया है कि वह पाकिस्तान का एक भाई है और संयुक्त अरब अमीरात एक भाई देश है। उसके भारत के साथ भी अच्छे संबंध हैं, वह दोनों देशों को बातचीत की मेज पर लाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, और मैं विश्वास दिलाता हूं कि हम भारतीयों से पूरी ईमानदारी के साथ बात करेंगे।

प्रधान मंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान 12 जनवरी को अबू धाबी में अल-नाहयान से मुलाकात की।

डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल में पदभार ग्रहण करने के बाद से शरीफ की यह तीसरी यूएई यात्रा है, जो द्विपक्षीय आर्थिक, व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ावा देने पर केंद्रित थी।

डान के मुताबिक भारत के साथ तीन युद्धों और संबंधों में विषाक्तता और लोगों को होने वाली पीड़ा को याद करते हुए शरीफ ने साक्षात्कारकर्ता से कहा कि हमने अपना सबक सीख लिया है और शांति से रहना चाहते हैं।