सोल, 15 अप्रैल (आईएएनएस)| दक्षिण कोरिया (South Korea) के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरों का मुकाबला करने के लिए दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान नियमित रूप से मिसाइल रक्षा और पनडुब्बी रोधी संयुक्त अभ्यास के आयोजन पर सहमत हुए हैं। योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया के हाल के हथियार परीक्षणों के कारण बढ़े तनाव के बीच शुक्रवार को रक्षा त्रिपक्षीय वार्ता (डीटीटी) के एक सत्र में तीनों राष्ट्र इस समझौते पर पहुंचे। उत्तर कोरिया ने गुरुवार को एक ठोस-प्रणोदक रॉकेट वाला ह्वासोंग -18 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया था।
तीन वर्षों में पहला डीटीटी सत्र तीन देशों के बीच मजबूत होते सुरक्षा सहयोग का एक और संकेत है। इससे पहले 2020 में इसका आयोजन किया गया था। कोविड-19 महामारी और दक्षिण कोरिया तथा जापान के बीच ऐतिहासिक तनाव के दौरान उसके बाद से तीनों देशों के बीच डीटीटी आयोजन नहीं किया गया था।
संयुक्त बयान में कहा गया है, तीनों पक्षों ने उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल खतरों को रोकने और जवाब देने के लिए मिसाइल रक्षा अभ्यासों और पनडुब्बी रोधी अभ्यासों को नियमित करने पर चर्चा की। तीनों पक्षों ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए समुद्री पाबंदी और समुद्री डकैती रोधी अभ्यास सहित त्रिपक्षीय अभ्यास को फिर से शुरू करने के तरीकों पर भी चर्चा की।
प्रतिनिधियों ने उत्तर कोरिया द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के बार-बार उल्लंघन की कड़े शब्दों में निंदा की, जिसमें उसके परमाणु और मिसाइल संबंधी उकसावे वाली गतिविधियां और अवैध शिप-टू-शिप स्थानांतरण शामिल हैं।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण का अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मजबूत और ²ढ़ जवाब मिलेगा।
लेकिन उन्होंने दोहराया कि उत्तर कोरिया के साथ शांतिपूर्ण और कूटनीतिक समाधान के लिए बातचीत का रास्ता खुला है और उससे दोबारा बातचीत का रास्ता अपनाने के लिए कहा।
तीनों देश अगले साल भी सोल में पारस्परिक रूप से निर्धारित तिथि पर अगले डीटीटी सत्र के आयोजन पर सहमत हुए।