7 अक्टूबर को है शरद पूर्णिमा: राशि अनुसार करें मंत्र जाप और भोग अर्पण, मां लक्ष्मी करेंगी कृपा
By : dineshakula, Last Updated : October 7, 2025 | 5:56 pm
इस वर्ष शरद ऋतु की सबसे पावन पूर्णिमा — शरद पूर्णिमा (Sharad Poornima) — 7 अक्टूबर 2025 को पड़ रही है। इसे कोजागर पूर्णिमा भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है — “कौन जाग रहा है?” यह पर्व मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने, स्नान-दान और चंद्रमा की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
पूर्णिमा तिथि और पूजा मुहूर्त:
शरद पूर्णिमा की तिथि 6 अक्टूबर की रात से शुरू होकर 7 अक्टूबर को सुबह 09:16 बजे तक है। चंद्रमा को खीर का भोग 6 अक्टूबर को चंद्रोदय के समय (शाम 5:27 बजे) अर्पित किया जाएगा, जबकि स्नान, व्रत और दान 7 अक्टूबर की सुबह उदया तिथि के अनुसार होगा।
मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी पृथ्वी पर विचरण करती हैं और जो भक्त रातभर जागरण कर मंत्र जाप व पूजा करते हैं, उन पर विशेष कृपा होती है। इस अवसर पर राशि अनुसार मंत्र जाप और भोग अर्पण का विशेष महत्व है। जानिए आपकी राशि के अनुसार क्या करें:
राशि अनुसार करें मंत्र जाप और भोग अर्पण:
मेष:
मंत्र: ऊँ ऐं क्लीं सौं
भोग: खीर + सेब
वृषभ:
मंत्र: ऊँ ऐं क्लीं श्रीं
भोग: खीर + मखाने और नारियल
मिथुन:
मंत्र: ऊँ क्लीं ऐं सौं
भोग: खीर + हरे सिंघाड़े या हरे फल
कर्क:
मंत्र: ऊँ ऐं क्लीं श्रीं
भोग: सफेद मिष्ठान + चंद्र पूजा भी करें
सिंह:
मंत्र: ऊँ हृीं श्रीं सौं
भोग: खीर + पीले या नारंगी फल
कन्या:
मंत्र: ऊँ श्रीं ऐं सौं
भोग: खीर + खीरा
तुला:
मंत्र: ऊँ हृीं क्लीं श्री
भोग: खीर + सफेद मिष्ठान + कौड़ियां
वृश्चिक:
मंत्र: ऊँ ऐं क्लीं सौं
भोग: केसर खीर + अनार
धनु:
मंत्र: ऊँ हृीं क्लीं सौं
भोग: केसर खीर + पीले फल
मकर:
मंत्र: ऊँ ऐं क्लीं हृीं श्रीं सौं
भोग: कमल पुष्प + खीर
कुंभ:
मंत्र: ऊँ हृीं ऐं क्लीं श्रीं
भोग: लाल गुड़हल का फूल + खीर
मीन:
मंत्र: ऊँ हृीं क्लीं सौं
भोग: पीले फूल + केसर खीर
शरद पूर्णिमा की विशेषताएं:
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इस रात चंद्रमा की रोशनी अमृत तुल्य मानी जाती है।
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चंद्रमा को खीर का भोग लगाकर उसे ओस में रखना शुभ होता है।
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यह पर्व न केवल लक्ष्मी पूजा, बल्कि आत्मशुद्धि, ध्यान और भक्ति का प्रतीक है।
जो श्रद्धालु इस पावन रात्रि में जागरण कर मां लक्ष्मी का स्मरण करते हैं, उन्हें न केवल आर्थिक समृद्धि, बल्कि मानसिक शांति और पारिवारिक सुख की प्राप्ति भी होती है।




