भिलाई: : दो महीने पहले हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के बेटे चैतन्य बघेल उर्फ बिट्ट को पूछताछ के लिए बुलाया। यह हमला 19 जुलाई 2024 को ग्रीन वेली में हुआ था, जहां 57 वर्षीय असिस्टेंट प्रोफेसर विनोद शर्मा पर छह हमलावरों ने लाठी-डंडों से जानलेवा हमला किया था।
विनोद शर्मा पर हमला करते समय हमलावरों ने गालियां दीं और उनके ऊपर लाठी-डंडे बरसाए। इस हमले में वे गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद दिल्ली भेजा गया, जहां उनका इलाज अभी भी जारी है। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों के खिलाफ नामजद अपराध दर्ज किया है।
पुलिस ने घटना के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी प्रवीर कुमार शर्मा और उसके साथी फरार हैं। जांच के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन का इस्तेमाल करते हुए रीवा, मध्यप्रदेश से तीन आरोपी—प्रिंस उर्फ प्रसून पांडेय, अमन उर्फ उत्कर्ष द्विवेदी और करण पाठक को गिरफ्तार किया।
गुरुवार को चैतन्य बघेल को भिलाई-3 थाने बुलाया गया, जहां उनसे चार घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान उनका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि पूछताछ के बाद चैतन्य बघेल को छोड़ दिया गया।
चैतन्य बघेल को थाने बुलाए जाने की सूचना से कांग्रेस में हलचल तेज हो गई। बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता भिलाई-3 थाने में इकट्ठा हो गए। महापौर निर्मल कोसरे और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ओएसडी महेश बंछोर भी उपस्थित रहे।
पूछताछ के दौरान, पुलिस ने बताया कि सभी पक्षों के बयान दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामले में अभी भी तीन आरोपी फरार हैं, और उनकी गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस ने इस घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ धारा 61 (2) बीएनएस जोड़ी है, जो आपराधिक षड्यंत्र के तहत आती है।
यह मामला न केवल एक गंभीर अपराध है, बल्कि इससे राजनीतिक समीकरणों में भी हलचल मच गई है। पुलिस की जांच जारी है, और इस मामले में आगे क्या विकास होता है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।