रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) आज यहां अपने निवास परिसर में तीजा पोरा तिहार के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम एवं राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन (State level women’s conference) में शामिल हुए। छत्तीसगढ़ के इस पारम्परिक त्यौहार को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाने मुख्यमंत्री निवास में बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची। यहां महिलाएं मायका का प्यार पाकर खुशी से गद्गद् हुई। मुख्यमंत्री बघेल इस मौके पर महिलाओं से रू-ब-रू होते हुए कहा कि तीजा-पोरा माताओं-बहनों की खुशियों और छत्तीसगढ़ का महत्वपूर्ण पारम्परिक त्यौहार है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मुक्तेश्वरी बघेल सहित परिवार के लोग शामिल हुए। साथ ही खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस दौरान छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा महिलाओें के हित में संचालित योजनाओं का जिक्र करते हुए उससे लाभान्वित महिला हितग्राहियों श्रीमती सरिता साहू, ज्योति मिथलेश, शांति चंद्रा, रेखा साहू, जयंती तथा उर्वशी वर्मा आदि ने भी अपना अनुभव साझा किया और मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ में महिलाओं के हित में हो रहे कार्यों के फलस्वरूप आज इनकी स्थिति में काफी बदलाव आए है। वे राज्य में आर्थिक रूप से ही नहीं बल्कि सामाजिक रूप से भी संपन्न होकर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने अवगत कराया कि प्रदेश में गोधन न्याय योजना के तहत् निर्मित गौठानों में बड़े तादाद में महिलाओं को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ा गया है। इसी तरह वनोपज संग्रहण, बिहान आदि योजनाओं के माध्यम से उन्हें आय और रोजगार के लिए साधन सुगमता से उपलब्ध हो गए हैं। वर्तमान में प्रदेश में लाखों महिलाओं को इसका सीधा-सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने इस दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य सहित जनहित में संचालित मुख्यमंत्री सुपोषण योजना, स्वामी आत्मानंद स्कूल तथा मुख्यमंत्री हाट बाजान क्लीनिक आदि योजनाओं के बारे में विस्तार से उल्लेख किया।
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