रायपुऱ, 09 सितम्बर 2024/ सुर-ताल, छंद और घुंघरू के 39 बरस के अवसर पर चक्रधर समारोह (Chakradhar Samaroh) में दूसरे दिन दिल्ली, कलकत्ता और रायपुर से आए कलाकारों के द्वारा प्रस्तुत कथक और ओडिसी नृत्यों ने दर्शकों मंत्रमुग्ध कर दिया। ओडिसी नृत्य की प्रसिद्ध कलाकार डॉ.पूर्णाश्री राउत (Dr. Poornashree Raut, a famous Odissi dance artist) और पद्मश्री रंजना गौहर एवं कथक नृत्यांगना सुश्री दीपान्निता सरकार ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी। इन कलाकारों के भाव भंगिमा ने सब का मन मोह लिया।
दिल्ली की ए.मंदाकिनी स्वैन ने चक्रधर समारोह में राग जोश शैली से साजना मोरा घर आवै गाकर सब का मन मोह लिया। इसके साथ ही उन्होंने श्याम कल्याण की भी प्रस्तुति दी। कोलकाता से पहुंचे प्रसिद्ध सरोद वादक सौगत गांगुली की शानदार प्रस्तुति में पारंपरिकता और आधुनिकता का संपूर्ण संगम दिखा। सरोद की तरल ध्वनि जब तबले की थाप के साथ संगत से संगीत की गहराई, सूक्ष्मता और भावनात्मकता का अद्वितीय मेल देखने को मिला। दिल्ली की पद्मश्री रंजना गौहर ने ओडिसी नृत्य के माध्यम से कबीर का जीवन यात्रा को जीवांत कर दिया। रहस्यवादी कवि कबीर के जीवन के अलग-अलग पड़ावों, उनकी सीख और अनुभवों को साथी कलाकारों नृत्य मुद्राओं से रोचक तरीके से प्रस्तुत किया। प्रस्तुति के दौरान कबीर के दोहों और भजन पर सुरमयी और लयबद्ध प्रस्तुति भी दी गई।
चक्रधर समारोह में लोक गायक विजय शर्मा एवं टीम के छत्तीसगढ़ी गानों से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनके द्वारा गाए कोरी-कोरी नारियल चढ़े, महुआ झरे गानों पर दर्शक झूम उठे। भोपाल की शास्त्रीय गायिका सुश्री वाणी राव ने अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति दी।
यह भी पढ़ें : CG-Politics : राधिका खेड़ा की सियासी ‘सूनामी’ बयान! बोलीं, कांग्रेस पार्टी में कक्का नही कंस रहते हैं…
यह भी पढ़ें : CG-Politics : राधिका खेड़ा की सियासी ‘सूनामी’ बयान! बोलीं, कांग्रेस पार्टी में कक्का नही कंस रहते हैं…