नई दिल्ली, 30 जनवरी (आईएएनएस)| प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को कहा कि उसने छत्तीसगढ़ में अवैध (coal levy recovery) कोयला लेवी वसूली घोटाले में 17.48 करोड़ रुपये मूल्य की 51 अचल संपत्तियों को कुर्क किया है। कुर्क की गई संपत्तियों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया की 7.57 करोड़ रुपये की 8 बेनामी अचल संपत्तियां शामिल हैं। शेष 43 बेनामी संपत्तियों को सूर्यकांत तिवारी द्वारा लाभप्रद रूप से नियंत्रित किया जाता है।
उसी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में ईडी ने पहले 9 दिसंबर, 2022 को सूर्यकांत तिवारी, समीर विश्नोई आईएएस, सौम्या चौरसिया, छत्तीसगढ़ सिविल सेवा अधिकारी, सुनील अग्रवाल और अन्य की 152.31 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने का कुर्की आदेश जारी किया था।
कुल मिलाकर, ईडी ने अब तक लगभग 170 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। ईडी ने आयकर विभाग की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। तलाशी ली गई है और अब तक 9 अभियुक्तों को पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया गया है। ये सभी न्यायिक हिरासत में हैं।
ईडी की जांच में यह स्थापित हुआ है कि इस जबरन वसूली रैकेट के माध्यम से 540 करोड़ रुपये का अपराध अर्जित किया गया था। जबरन वसूली का नेटवर्क बड़ी संख्या में नौकरशाहों और उच्च अधिकारियों की सक्रिय मिलीभगत और भागीदारी के साथ स्थापित किया गया था। ईडी जबरन वसूली के पूरे रैकेट की जांच कर रहा है।