रायपुर, 12 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में महादेव एप को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) (ED) की कार्रवाई पर कांग्रेस ने न केवल सवाल उठाए हैं, बल्कि ईडी की गिरफ्त में आए असीम दत्ता के जरिए किए गए खुलासे पर करारा जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि को खराब करने की साजिश करार दिया है। साथ ही दत्ता का न्यायालय में पेश किया गया बयान भी साझा किया है।
राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि ईडी ने कुछ दिनों पहले एक ड्राइवर को पकड़ा था, जिसके कथित बयान के आधार पर उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर महादेव एप से 508 करोड़ रू लेने का आरोप लगाते हुये एक प्रेस नोट जारी किया था।
ईडी के प्रेसनोट का आधार ड्राइवर असीम दत्ता का कथित बयान था, जिसका दावा ईडी कर रही है लेकिन उसी असीम दत्ता ने न्यायालय के समक्ष अपने अधिवक्ता के माध्यम से जो बयान दिया है उससे इस मामले में ईडी और षड़यंत्र पूरी तरह से खुल कर सामने आया है।
शुक्ला ने संवाददाताओं से कहा, ईडी का यह प्रेस नोट पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा था तथा चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के लिये किया गया षड़यंत्र था।
भाजपा की केंद्र सरकार के इशारों पर ईडी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि खराब करने के उद्देश्य से एक दुर्भावनापूर्वक प्रेस नोट जारी किया। इसमें ईडी ने सिर्फ एक आरोपी के फौरी बयान के आधार पर मुख्यमंत्री के खिलाफ बिना किसी प्रमाण के, बिना किसी जांच के पैसे लेने का प्रेसनोट हड़बड़ी में जारी कर दिया। ईडी के द्वारा जारी प्रेसनोट यह साबित करने के लिये पर्याप्त है कि यह भाजपा को एक चुनावी मुद्दा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के लिए षड़यंत्रपूर्वक जारी किया है।
शुक्ला ने बताया कि असीम दत्ता ने अदालत को दिये अपने आवेदन में कहा कि उसने जो कुछ किया वह शुभम सोनी के कहने पर किया। शुभम सोनी उसका बचपन का मित्र था उसने मुझको धोखे में रखकर इसमें फंसाया है। कोर्ट को दिये बयान में उसने यह माना कि उसने किसी राजनैतिक दल के लिये कोई काम नहीं किया है। शुभम सोनी द्वारा दुबई बुलाना, फिर वापस भेजना, फिर एयरपोर्ट पर गाड़ी भेजना, उसके बाद गाड़ी में पैसों का बैग बिना मेरी जानकारी के रखवाना, फिर गाड़ी को होटल से जब्त करवाना, उसके बाद ईडी के द्वारा खुद अंग्रेजी में बयान लिखना तथा मुझसे बिना मेरी सहमति के बयान पर दबावपूर्वक हस्ताक्षर करवाया गया। मुझे अंग्रेजी नहीं आती बयान में क्या लिखा मुझे नहीं पता। मैं किसी राजनैतिक पार्टी के लिये कभी भी पैसा छोड़ने नहीं गया। ईडी ने रिमांड के दौरान भी मुझसे कोई पूछताछ नही की।
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख शुक्ला का कहना है कि जिस शुभम सोनी ने असीम दत्ता को मोहरा बनाया उसी का वीडियों भाजपा जारी करती है। इससे साफ हो रहा है कि ईडी, भाजपा, शुभम सोनी ने मिलकर यह सारा षड़यंत्र रचा है। इतना ही नहीं ईडी के आरोप के आधार पर प्रधानमंत्री, भाजपा और केंद्रीय मंत्रियों ने मुख्यमंत्री की छवि खराब करने का काम किया। आम सभा में गलत आरोप लगाये।
शुक्ला के मुताबिक इन सारे षड़यंत्रों के खुलासे से यह साफ हो गया कि भाजपा छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में अपनी होने वाली पराजय के डर से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने तथा कांग्रेस पार्टी के चुनाव अभियान की दिशा भटकाने के लिए ईडी का सहारा लिया, जिसमें प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार भी शामिल है।
शुक्ल ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से माफी मांगें। ईडी के अधिकारियों के ऊपर चुनाव को प्रभावित करने की नीयत से किये गये षड़यंत्र के लिये चुनाव आयोग कार्यवाही करे। ईडी के अधिकारियों के खिलाफ झूठ प्रचारित करने के लिये आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाये।