रायपुर। शराब घोटाले मामले में जहां ED की टीम नए सिरे से जांच कर रही है। वही EOW की टीम भी लगातार आबकारी मामले से जुड़े लोगो को समंस जारी कर पूछताछ कर रही है। वही EOW शराब घोटाले के वांटेड त्रिलोक सिंह ढिल्लन से 2 मई तक पुछताछ करेगी। वही EOW ने करोबारी अनवर ढेबर, अरविंद सिंह ,और आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी से पूछताछ किया है। वही तीनों अरोपी 2 मई तक ज्यूडिशियल रिमांड (Judicial remand) पर रायपुर की सेन्ट्रल जेल बंद है।
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला केस में 8 अप्रैल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED की ECIR को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। इसके साथ ही अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश समेत 6 आरोपियों को राहत मिली थी। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही इस केस में ACB-EOW की FIR को अधार बनाते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने नई ECIR दर्ज की है। इस मामले पर ED नए सिरे से जांच कर रही है।
ED ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी में कई आधार बताए हैं। करीब 16 पन्नों पर ED ने ग्राउंड ऑफ अरेस्ट का ब्योरा दिया है। ED ने कहा है कि शराब घोटाले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी, जो कंट्रोलर की भूमिका में थे। ED ने उन्हें आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम बताया है।
सूत्रों के मुताबिक ED ने लोगों को समंस भेजना भी शुरू कर दिया है। EOW की ओर से की गई FIR में 70 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि फ्रेश ECIR में भी वही नाम शामिल हैं। ED सभी को पूछताछ करने के लिए समंस भेज रही है।
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