रायपुर : छत्तीसगढ़ की सियासी जमीन एक बार फिर गर्माने लगी है। पूर्व मंत्री और बिलासपुर से भाजपा विधायक अमर अग्रवाल (Amar Agrawal) की राज्यपाल रामेन डेका से 75 मिनट तक चली बैठक ने राजधानी के राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है।
सूत्रों की मानें तो राजभवन से खुद अमर अग्रवाल को फोन कर बुलाया गया, जिसके बाद वे तत्काल वहां पहुंचे। बाहर निकलने तक उनके चेहरे पर गंभीरता साफ दिख रही थी। सवाल ये उठता है – क्या ये मुलाकात महज औपचारिक थी, या आने वाले कैबिनेट विस्तार की कोई स्क्रिप्ट यहां लिखी जा रही है?
हालांकि अमर अग्रवाल ने इसे सामान्य भेंट बताते हुए कहा, “मैंने 10 दिन पहले ही राज्यपाल से समय मांगा था।” लेकिन, इस बयान ने सियासी अटकलों को थामने के बजाय और हवा दे दी है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को मंत्रिमंडल विस्तार की हरी झंडी मिल चुकी है, और वे खुद भी हाल ही में राज्यपाल से मुलाकात कर चुके हैं। माना जा रहा है कि विस्तार से पहले भाजपा आलाकमान और संघ की पसंद को भी तरजीह दी जा रही है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, तीन नए चेहरे मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं, जिसमें सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन साधने की पूरी कोशिश होगी। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि बिलासपुर, सरगुजा और दुर्ग संभाग से एक-एक चेहरा मंत्री पद की शपथ लेगा।
वहीं सीएम साय 21 अगस्त को जापान-दक्षिण कोरिया दौरे पर निकलने वाले हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि शपथ ग्रहण इससे पहले ही निपटा लिया जाएगा।
राज्य में अब हर हलचल पर नजरें टिकी हैं। सवाल एक ही – क्या अमर अग्रवाल को कोई नई जिम्मेदारी मिलने वाली है?