रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव (BJP State General Secretary Sanjay Srivastava) ने कांग्रेस कार्यकर्ता द्वारा राजनांदगांव लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Former Chief Minister Bhupesh Baghel) को बदलने की मांग करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखे जाने पर तंज कसते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जिन्होंने पांच साल प्रदेश के मुखिया के रूप में काम किया है। उनके लिए एक आम कांग्रेस के कार्यकर्ता द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व को टिकिट बदलने के लिए पत्र लिखना भूपेश बघेल की राजनीतिक स्थिति क्या है, इसको दर्शाता है। एक प्रत्याशी के रूप में चुनाव का क्या परिणाम आएगा एक कार्यकर्ता इसकी चिंता कर रहा है और इस बात पर मुहर लगा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस का कार्यकाल इस प्रदेश में कैसा रहा है। एक जबर्दस्त वातावरण कांग्रेस के खिलाफ है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि पहले हेराफेर का आरोप लगा अब टिकिट बदलने की मांग हो रही है। पिक्चर क्लियर है। जनता भाजपा के साथ है और हम आज सरकार में हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हालत काफी नाजुक हो गई है। भ्रष्टाचार और घोटाले में आकंठ तक डूबी कांग्रेस किस मुंह से मतदाताओं से वोट मांगे, कांग्रेस को खुद समझ नहीं आ रहा है। इसलिए कांग्रेस के नेता अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर राजनांदगांव के प्रत्याशी भूपेश बघेल को बदलने की मांग कर रहे हैं। अभी तक कांग्रेस नेताओं पर सिर्फ भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे। अब तो उनके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज होने लगी है।
भूपेश बघेल की कांग्रेस के अंदर इतनी दयनीय हालत हो गई है कि कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व जिला पंचायत सदस्य भी उनके खिलाफ बोलने से नहीं चूक रहे हैं। राजनांदगांव के पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र दाऊ ने उनसे पूछा कि क्या कांग्रेस के पंच सरपंच पार्टी में सिर्फ दरी उठाने के लिए है? कांग्रेस के 5 साल शासनकाल में कभी भी छोटे कार्यकर्ताओं की पूछ परख नहीं की गई ना ही उनका कोई काम किया गया। कांग्रेस के अंदर इस कदर जूतम पैजार मची हुई है कि कांग्रेस के एक पूर्व महामंत्री अरुण सिसोदिया ने कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल पर सीधा आरोप लगाया है कि उन्होंने पार्टी के साढे 5 करोड रुपए भूपेश बघेल के रिश्तेदार एवं पूर्व सलाहकार विनोद वर्मा के भतीजे की कंपनी को भुगतान कर दिए हैं। एक तरह से उन्होंने पार्टी की कोषाध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं
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