रायगढ़, छत्तीसगढ़। रायगढ़ जिले (Raigarh) के तमनार क्षेत्र में शनिवार को जिंदल उद्योग को आवंटित कोयला खदान के विरोध में चल रहे धरना प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस घटना में आठ पुलिसकर्मी और कई ग्रामीण घायल हो गए। झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार धौराभाठा गांव में जिंदल उद्योग को गारे पेलमा सेक्टर-एक में आवंटित कोल ब्लॉक के लिए भूमि अधिग्रहण, प्रस्तावित खनन कार्य और कथित रूप से नियमों के खिलाफ हुई जनसुनवाई को निरस्त करने की मांग को लेकर पिछले 15 दिनों से 14 गांवों के सैकड़ों ग्रामीण धरने पर बैठे थे।
छत्तीसगढ़ में फिर एक बार कोयला खदान के विस्तार पुलिस और ग्रामीणों में झड़प हुई।
रायगढ़ जिले के तमनार इलाके में सीएचपी चौक पर जेपीएल (JPL) की प्रस्तावित जनसुनवाई निरस्त करने की मांग को लेकर ग्रामीण पिछले 15 दिनों से धरने पर बैठे थे। आज पुलिस धरना हटाने पहुंची। जानकारी के मुताबिक,… pic.twitter.com/f2KiUsoPvi
— Voice of Chhattisgarh (@CGVOICE00777) December 27, 2025
ग्रामीणों का आरोप है कि शनिवार सुबह पुलिस ने धरना स्थल से लोगों को हटाने की कोशिश की, जिसके बाद हालात बिगड़ गए और झड़प शुरू हो गई। वहीं पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने उग्र होकर एक बस, एक कार सहित तीन वाहनों में आग लगा दी और पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की।
घटना के दौरान ग्रामीण महिलाओं की भीड़ ने तमनार की महिला थाना प्रभारी कमला पुसाम पर भी हमला कर दिया, जिसमें वह घायल हो गईं। पुलिस ने बताया कि इस हिंसा में कुल आठ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जबकि कई ग्रामीणों को भी चोटें आई हैं।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल मौके पर पहुंचे और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन हालात नियंत्रण में हैं।