‘BJP’ में खुद की भूमिका पर रमन ने ‘खोले राज’! पढ़ें, इनकी पूरी प्लानिंग

By : madhukar dubey, Last Updated : February 4, 2023 | 9:10 am

छत्तीसगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Raman Singh) ने कहा कि मुझे सीएम बनने की नहीं, यहां इस बार भाजपा (B J P) की सरकार बने इसकी चिंता है। कौन मुख्यमंत्री होगा, यह उनकी नजर में कोई अहमियत नहीं है। विषय यह है कि बस यहां भाजपा की सरकार बने। इसके लिए वह दिनरात पार्टी और जनता के बीच बने हुए हैं। उन्हाेंने यह बात एक मीडिया समूह को दिए अपने इंटरव्यू में कहा है।

उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि संगठन में परिवर्तन होना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के बाद बड़े बदलाव की संभावना प्रदेश में नहीं दिख रही है। प्रदेश की राजनीति और केंद्र में इन दोनों में कहां आप भूमिका निभाने की सोच रहे हैं। जिस पर कहा कि राजनीति में खुद निर्णय लेने की छूट नहीं होती। जो केंद्रीय नेतृत्व जिम्मेदारी देता है, उसके अनुसार सब काम करते हैं। ये निर्णय तो राष्ट्रीय नेतृत्व को तय करना है कि मुझे कहां रहना है।

कहा कि जनता की स्वीकार्यता है, उसका उपयोग कर पार्टी को जिताने में पूरी ताकत लगाएंगे। कौन मुख्यमंत्री बनता है इसकी चिंता नहीं है, चिंता यह है कि सरकार भाजपा की बने। पार्टी जो आदेश देगी उसी आधार पर काम करेंगे। हमारा एक ही लक्ष्य है 2023 में एक बार फिर भाजपा प्रदेश में आए।

बताया कि संगठन स्तर पर दो काम हो रहा है। संगठन के क्षेत्रीय महामंत्री अजय जामवाल पूरे प्रदेश में लगातार संपर्क कर रहे हैं। वे एक-एक विधानसभा में जा रहे हैं, अब तक करीब 55 विधानसभा में वे जा चुके हैं। सभी लोकसभा और विधानसभा में भी वरिष्ठ नेताओं के जाने का काम चल रहा है। हम सारी ताकत बूथ और शक्ति केंद्रों पर लगा रहे हैं। बूथ सशक्तिकरण ही चुनाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण अभियान रहेगा।

पुराने चेहरों को मौका मिलने के सवाल पर बोले

कहा कि टिकट का निर्णय तो संगठन के पदाधिकारी ही करते हैं। ये प्रक्रिया का एक हिस्सा होता है। प्रदेश स्तर की टीम निर्णय लेती है, जिसे केंद्र की बॉडी मॉनिटरिंग करती है। कितने नए चेहरे आएंगे कितने पुराने रहेंगे, ये राष्ट्रीय नेतृत्व ही तय करता है।

चुनाव में उठाएंगे भ्रष्टाचार और कांग्रेस के अधूरे वादे

कहा कि चुनावी में मुद्दा स्पष्ट है। कांग्रेस के जनघोषणा पत्र को सामने रखकर इनके भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे।

धान के बोनस में केंद्र सरकार का 90 प्रतिशत सहयोग

धान खरीदी के काट के लिए बोले, जनता को बताएंगे कि धान खरीदी में 90 प्रतिशत हिस्सेदारी केंद्र की होती है। राज्य सरकार को इनको सिर्फ बोनस देना होता है। धान को पीडीएस के माध्यम से केंद्र ही खरीदता है। ये तो सिर्फ बोनस की राशि को देकर वाहवाही लेते हैं। रही बात काट की तो आने वाले समय में इसका भी कोई रास्ता निकलेगा।

अपने 15 साल के कार्यकाल को कुछ यूं तरह बताया

जब मैं पहली बार सीएम बना था तो लोगों को नमक खाने के लिए नहीं मिलता। गांवों में साहूकार नमक देने के लिए उसके बराबर चिरौंजी लेते थे। मैंने पीठ में सटे पेट को देखा है। हमारी सबसे बड़ी जंग भुखमरी और कुपोषण से थी। उससे जीतने के लिए गांव-गांव में मुफ्त नमक, चावल और चना बांटा गया। आज लोग खेती करके धान उगा रहे हैं, उनको इस काबिल भाजपा सरकार ने ही बनाया। प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया, गरीबों काे घर दिए। विकास के ऐसे हजारों काम हैं। 15 साल में जितना विकास किया, उसका एक हिस्सा भी चार साल में नहीं हुआ है।