छत्तीसगढ़। कांग्रेस के सत्याग्रह (Satyagraha of Congress) आंदोलन की आग पूरे छत्तीसगढ़ में धधक उठी। सभी ने अपने-अपने अंदाज में राहुल की संसद से सदस्या समाप्त होने और मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी सत्याग्रह स्थल पर बापू के भजन ‘रघुपति राघव राजा राम’ की गूंज रही। आज रायपुर में कांग्रेस जिला कार्यालय के सामने कांग्रेस नेता जुटे और ‘रघुपति राघव राजा राम’ भजन गाकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान संसदीय सचिव विकास उपाध्याय (Parliamentary Secretary Vikas Upadhyay) ने मुंह में ताला लगाकर अनोखे तरीके से विरोध जताया। कांग्रेसियों का कहना है कि जब लोकतंत्र में बोलने की आजादी ही खत्म कर दी गई है, तब जुबान पर ताला लगाना ही बेहतर है और केंद्र सरकार की इन्हीं अलोकतांत्रिक नीतियों का कांग्रेसी विरोध कर रहे हैं।
कांग्रेस शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे, महापौर एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे और एमआईसी सदस्य श्रीकुमार मेनन के अलावा कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे। कांग्रेस नेता और नगर निगम सभापति प्रमोद दूबे ने कहा कि एक समय था, जब अंग्रेज बीना किसी सुनवाई के ही सजा दे दिया करते थे। ठीक ऐसा ही राहुल गांधी के साथ भी हुआ है। संवैधानिक प्रक्रिया पूरी किये बगैर निर्वाचन आयोग ने राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त कर दी। जबकि इसे पहले राष्ट्रपति के पास भेजा जाना था।
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम अपने विधानसभा क्षेत्र और गृह जिला कोंडागांव में आयोजित सत्याग्रह में शामिल हुए। यहां डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद मोहन ने सत्याग्रह की शुरुआत की और कांग्रेस नेता- कार्यकर्ताओं के साथ मौन रहकर विरोध प्रदर्शन किया।
बस्तर के संभाग मुख्यालय जगदलपुर में भी कांग्रेस नेताओं ने सत्याग्रह किया। जगदलपुर शहर के गांधी प्रतिमा के सामने शहीद स्मारक पर स्थानीय विधायक रेखचंद जैन, महापौर सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए। कांग्रेसियों ने यहां रघुपति राघव राजा राम गाना गाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान विधायक रेखचंद जैन ने कहा- केंद्र सरकार राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से बुरी तरह डर गई है। जिसकी वजह से इस तरह की कार्रवाई कर विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)