डायबिटीज लाखों लोगों की सेहत को प्रभावित करने वाली समस्या है. हालांकि, डायबिटीज से पूरी तरह से निजान नहीं पाया जा सकता है लेकिन अपनी जीवनशैली में सुधार कर दिक्कत को कम किया जा सकता है. डायबिटीज में आमतौर पर खानपान में उन चीजों को शामिल किया जाता है जो ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Levels) कम करने में असरदार हों. इस खानपान की सूची में कुछ पत्ते भी शामिल किए जा सकते हैं. इन पत्तों (Leaves) के सेवन से डायबिटीज मेंटेन करने में सहायता मिलती है और ब्लड शुगर अचानक बढ़ने का खतरा कम होता है.
आम के पत्तों (Mango Leaves) में मैंगिफेरिन नामक एक्सट्रेक्ट पाया जाता है जो ब्लड ग्लूकोज लेवल्स कम करने में मदद करता है. इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल स्टेबलाइज होता है. इसके अलावा, आम के पत्तों से शरीर को विटामिन सी, पेक्टिन और फाइबर की भी अच्छी मात्रा पायी जाती है. इन तत्वों के सेवन से डायबिटीज के साथ-साथ कॉलेस्ट्रोल में भी फायदा मिलता है.
आम के पत्तों का सेवन करने के लिए 10 से 15 आम के पत्ते लें और उन्हें उबाल लें. उबलने के बाद इस पानी को रात भर रखा रहने दें और अगली सुबह छानकर पी लें. इस पानी को पीने पर शरीर ब्लड शुगर कम होने में मदद मिल सकती है.
करी पत्ते फाइबर का स्टोरहाउस होते हैं. इन्हें आमतौर पर अनेक दक्षिण भारतीय पकवानों में डाला जाता है. इन पत्तों का सेवन डायबिटीज में ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए भी किया जाता है. करी पत्ते (Curry Leaves) फाइबर के अच्छे स्त्रोत होते हैं और साथ ही मेटाबॉलिज्म को बेहतर करने में भी अच्छा असर दिखाते हैं.
ब्लड शुगर कम के लिए करी पत्तों को सुबह खाली पेट चबाया जा सकता है. इसके अलावा करी पत्तों को गर्म पानी में उबालकर भी इस पानी का सेवन किया जा सकता है.
औषधीय गुणों से भरपूर नीम के पत्तों (Neem Leaves) में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं. इन पत्तों का सेवन डायबिटीज का खतरा कम करने के लिए किया जाता है. इसके अतिरिक्त, इन पत्तों को रोज खाने पर ब्लड शुगर अचानक से बढ़ने की संभावना भी कम होती है. नीम के पत्तों के सेवन के लिए कुछ पत्ते रोज सुबह खाली पेट चबाए जा सकते हैं.