ऑपरेशन सिंदूर: इंडोनेशिया में भारतीय सैन्य अफसर का दावा — पहले पाक सैन्य ठिकानों पर हमले की अनुमति नहीं थी, दूतावास ने कहा- बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया

22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने 6-7 मई की रात 1:05 बजे "ऑपरेशन सिंदूर" चलाया।

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  • Publish Date - June 30, 2025 / 10:10 AM IST

नई दिल्ली: इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास के डिफेंस अटैची कैप्टन शिव कुमार (Shiv Kumar) के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती चरण में भारतीय वायुसेना को पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने की अनुमति नहीं थी—उसे केवल आतंकी ढांचे को निशाना बनाने का निर्देश दिया गया था, जिससे कुछ फाइटर जेट्स का नुकसान हुआ।

कैप्टन कुमार 10 जून को जकार्ता की एक यूनिवर्सिटी में “भारत-पाक वायु युद्ध और इंडोनेशिया की सामरिक रणनीति” पर सेमिनार में बोल रहे थे। उनका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है।

प्रजेंटेशन में उन्होंने स्पष्ट किया कि राजनीतिक नेतृत्व के निर्देशों के कारण भारतीय वायुसेना शुरू में पाक सैन्य ठिकानों पर हमला नहीं कर सकी। लेकिन रणनीति बदली गई और सबसे पहले पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम को खत्म किया गया। इसके बाद सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और ब्रह्मोस जैसे हथियारों से हमले सफल रहे।

इंडोनेशिया स्थित भारतीय दूतावास ने सफाई दी कि कैप्टन कुमार का बयान संदर्भ से हटाकर पेश किया गया है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य केवल आतंकी ढांचे को निशाना बनाना था और सेना राजनीतिक नेतृत्व के अधीन काम करती है, जो भारत की लोकतांत्रिक परंपरा को दर्शाता है।

इस बीच कांग्रेस ने सरकार पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है। जयराम रमेश ने कहा कि पहले CDS ने सिंगापुर में खुलासा किया और अब इंडोनेशिया में यह दावा, फिर भी प्रधानमंत्री विपक्ष को विश्वास में क्यों नहीं ले रहे?

22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने 6-7 मई की रात 1:05 बजे “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया। 25 मिनट में पाकिस्तान और PoK के 7 शहरों में 9 आतंकी ठिकाने तबाह किए गए।