ऐतिहासिक जीवनी: डॉ. अरविंद यादव की ‘दलाई लामा’ पुस्तक श्रृंखला का विमोचन, दलाई लामा ने की सराहना
By : dineshakula, Last Updated : May 12, 2025 | 1:38 pm

हैदराबाद, 12 मई 2025 — विश्व शांति, करुणा, अहिंसा का प्रतीक माने जाने वाले तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) पर आधारित एक अभूतपूर्व जीवनी शृंखला का प्रकाशन आगामी 9 जुलाई 2025 को उनके 90वें जन्मदिवस के अवसर पर किया जा रहा है। इस पांच-भागीय पुस्तक शृंखला को हैदराबाद के वरिष्ठ पत्रकार एवं जीवनी लेखक डॉ. अरविंद यादव ने लिखा है।
इस परियोजना की खास बात यह है कि यह न केवल दलाई लामा के जीवन की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करती है, बल्कि तिब्बत के राजनीतिक संघर्ष, सांस्कृतिक धरोहर और भारत के साथ उसके आध्यात्मिक रिश्ते को भी उजागर करती है। पुस्तक हिंदी, अंग्रेज़ी और तेलुगु में प्रकाशित हो रही है।
दलाई लामा ने जताया आभार
दलाई लामा ने खुद इस शृंखला की सराहना करते हुए कहा: “डॉ. अरविंद यादव ने मेरे जीवन पर पांच भागों में किताबों की जो शृंखला लिखी है, उसमें उन्होंने तिब्बती इतिहास और बौद्ध दर्शन पर गहन शोध किया है। यह शृंखला न केवल मेरी जीवन यात्रा को, बल्कि तिब्बत की अस्मिता और संघर्ष को समझने के लिए भी एक मूल्यवान स्रोत है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह ग्रंथ उनके सिद्धांतों, जैसे अहिंसा, संवाद, धार्मिक सौहार्द, और मानव मूल्यों को वैश्विक मंच पर पहुंचाने में मदद करेगा।
डॉ. कर्ण सिंह ने लिखा प्रस्तावना
पुस्तक की प्रस्तावना वरिष्ठ राजनेता, लेखक एवं दार्शनिक डॉ. कर्ण सिंह ने लिखी है। उन्होंने लिखा: “दलाई लामा की संपूर्ण जीवनी का यह दस्तावेज़ आम जनता को उनके असाधारण जीवन के उन पहलुओं से परिचित कराता है, जो अब तक सामने नहीं आए थे। मुझे विश्वास है कि यह पुस्तक देश और विदेशों में व्यापक रूप से पढ़ी जाएगी।”
लेखक की पृष्ठभूमि
डॉ. अरविंद यादव इससे पहले भी कई प्रख्यात भारतीय व्यक्तित्वों की जीवनियाँ लिख चुके हैं। इनमें वैज्ञानिक सी.एन.आर. राव, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पद्मावती, समाजसेवी फूलबासन यादव, उद्योगपति स. जोध सिंह, और प्रसिद्ध चिकित्सक जैसे डॉ. वमिरेड्डी राधिका रेड्डी आदि शामिल हैं।
उस्मानिया विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्रियाँ हासिल कर चुके डॉ. यादव ने पत्रकारिता और जीवनी लेखन के क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान बनाई है।
क्या खास है इस जीवनी में?
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पहली बार दलाई लामा के जीवन के अज्ञात तथ्यों और आध्यात्मिक पुनर्जन्म की प्रक्रिया को विस्तार से दर्शाया गया है।
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पुस्तक में तिब्बती संस्कृति, प्राचीन बौद्ध परंपरा और चीन-तिब्बत संघर्ष पर भी महत्वपूर्ण दृष्टिकोण दिया गया है।
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एक किशोर के रूप में दलाई लामा के राजनीतिक उत्तरदायित्व की कहानी को इतिहास और अनुभवों के साथ जोड़ा गया है।
यह शृंखला, न केवल एक आध्यात्मिक नेता की जीवनी है, बल्कि यह पुस्तक तिब्बत की आत्मा, भारतीय दर्शन, और विश्व शांति के विचारों का संकलन मानी जा रही है।