CM के हाथों 60 साल की ‘नान्हीबाई’ को मिला उज्जवला गैस कनेक्शन

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखंड के ग्राम र्भुइंयापानी में बिरहोर परिवारों से मिलने पहुंचे

  • Written By:
  • Updated On - December 29, 2023 / 09:35 PM IST

  • मुस्कुराते हुए बोली लकड़ी लाने अब नहीं जाना पड़ेगा जंगल
  • विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूहों के उत्थान में मद्दगार साबित हो रही हैं, पीएम जनमन योजना

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Chief Minister Vishnudev Sai) आज रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखंड के ग्राम र्भुइंयापानी में बिरहोर परिवारों से मिलने पहुंचे तो उन्होंने 60 वर्षीय नान्हीबाई (60 year old granny) को उज्जवला गैस कनेक्शन कार्ड देते हुए कहा कि इससे सस्ते दर पर गैस सिलेंडर मिलेगा। मुस्कान लिए चेहरे के साथ नान्हीबाई ने कहा कि अब मुझे जंगल नहीं जाना पड़ेगा। मजबूरी में जरूरत की लकड़ी इकट्ठा करनी पड़ती है। जंगल से लकड़ी लाने में जंगली जानवरों का रिस्क भी होता था। चूल्हे के धुंए से भी राहत मिलेगी उम्र दराज नान्हीबाई के हाव-भाव से चिन्तामुक्त होने की खुशी झलक रही थी।

  • मुख्यमंत्री विष्णु देव साय रायगढ़ जिले के अंतिम छोर में बसे बरडीह गांव की नान्हीबाई की इस खुशी में न केवल शामिल हुए, बल्कि उन्हें दूसरों को भी योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित करने को कहा। नान्हीबाई विशेष पिछड़ी जनजाति बिरहोर समुदाय से आती हैं। अपने घरेलू कामकाज के साथ एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी उन पर है, वो है जंगल से खाना बनाने के लिए लकड़ी लेकर आना। नान्हीबाई बताती हैं कि उन्हें हर दो तीन दिन में एक बार जंगल जा कर लकड़ी लानी पड़ती है। इसमें काफी मेहनत और समय लगता है। चूंकि पति मेहनत मजदूरी करने जाते हैं, इसलिए जंगल से लकड़ी लाने का काम उनके ही जिम्मे है।

‘पीएम जनमन योजना‘ से विशेष पिछड़ी जनजातियों को शासन की योजनाओं का लाभ देने के लिए उनके गांवों में शिविर लगाया जा रहा है। भुईंयापानी के शिविर में नान्हीबाई भी पहुंची। उन्हें उज्जवला योजना की जानकारी देकर उनका फॉर्म भरवाया गया और उन्हें मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के हाथों उज्जवला गैस कनेक्शन का कार्ड मिला। उन्हें अब इस परेशानी से मुक्ति मिल जाएगी।

पीएम जनमन योजना का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूहों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ ही उनका सर्वांगीण विकास कर उन्हें मुख्य धारा में शामिल करना है। उल्लेखनीय है कि विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों- बैगा, बिरहोर, अबुझमाड़िया, कमार एवं पहाड़ी कोरवा के सर्वांगीण विकास को दृष्टिगत रखते हुए पीएम जनमन योजना प्रारंभ की गई है।

यह भी पढ़ें : Developmental Story : आरडीए हुआ ‘कर्ज’ मुक्त! समझें, कैसा हुआ संभव