सदन में अपनी बेंच के नीचे मिली नोटों की गड्डी पर अभिषेक मनु सिंघवी ने दी प्रतिक्रिया

उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी के बेंच के नीचे नोटों की गड्डी होने की बात कही जा रही है। यह जानकारी राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने दी है।

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  • Publish Date - December 6, 2024 / 02:04 PM IST

नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी (Abhisekh Manu Singhvi) ने संसद के उच्च सदन राज्यसभा में अपनी बेंच के नीचे मिले नोटों की गड्डी को लेकर अपनी सफाई दी है।

उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ 5 मिनट पहले इसके बारे में सुनकर काफी हैरान हूं। मुझे इसके बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी। मैंने कल दोपहर 12:57 बजे सदन में प्रवेश किया और सदन की बैठक दोपहर 1 बजे शुरू हुई।”

उन्होंने कहा, “मैं लगभग 3-4 मिनट तक रुका, फिर 1 से 1:30 बजे तक कैंटीन में अयोध्या प्रसाद के साथ दोपहर का भोजन किया। मैं 1:30 बजे निकला, तो हाउस में मेरा कुल समय 3 मिनट था। इसके अलावा, मुझे लगता है कि कैंटीन में मेरे 30 मिनट थे। यह अजीब है कि ऐसे मामलों पर राजनीति की जाती है।”

उन्होंने आगे कहा, “बेशक इस बात की जांच होनी चाहिए कि सामान कहीं भी और किसी भी सीट पर कैसे रखा जा सकता है। हर सीट पर ताला लगा होना चाहिए, जिसकी चाबी संबंधित सांसद के पास होनी चाहिए, नहीं तो वहां कुछ भी रख सकते हैं और आरोप लगा सकते हैं। यह दुखद और गंभीर के साथ हास्यास्पद भी हो जाती है। सभी को मामले की तह तक जाने में अपना सहयोग देना चाहिए।”

उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी के बेंच के नीचे नोटों की गड्डी होने की बात कही जा रही है। यह जानकारी राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने दी है।

उन्होंने कहा, “मैं यह सूचित करना चाहता हूं कि कल सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद, जब नियमित जांच की गई, तो सुरक्षा अधिकारियों ने सीट संख्या 222 (जो वर्तमान में अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है) से नोटों का एक ढेर बरामद किया। यह मामला मेरे ध्यान में लाया गया, और मैंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि जांच कानूनी रूप से हो। नियमों के अनुरूप कार्रवाई हो।”

वहीं, सभापति ने जैसे ही नोट मिलने की बात कही, तो विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी सभापति द्वारा अभिषेक मनु सिंघवी का नाम लेने पर आपत्ति दर्ज की।