बिहार चुनाव 2025: 25% सीटों पर 5000 वोटों की जंग, प्रशांत किशोर और महिला वोटर निर्णायक

चुनाव में रणनीतिकार प्रशांत किशोर का प्रभाव भी देखने को मिल रहा है। उनके समर्थित उम्मीदवारों ने कई शहरी इलाकों में मजबूत चुनावी लड़ाई लड़ी है।

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  • Publish Date - November 10, 2025 / 04:27 PM IST

बिहार: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar elections) का पहला चरण समाप्त होने के बाद अब सभी की निगाहें दूसरे चरण के मतदान पर टिकी हैं जो 11 नवंबर को होगा। पहले चरण में वोटिंग में बढ़ोतरी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बढ़ी हुई भागीदारी के पीछे केवल एक कारण नहीं है। कई तरह के मतदाता इस बार चुपचाप अपने मत डाल रहे हैं, खासकर महिलाएं और अति पिछड़ी जातियों के वोटर। इस ‘साइलेंट वोटिंग’ ने मीडिया और राजनीतिक विश्लेषकों के लिए भविष्यवाणी करना मुश्किल कर दिया है।

चुनाव में रणनीतिकार प्रशांत किशोर का प्रभाव भी देखने को मिल रहा है। उनके समर्थित उम्मीदवारों ने कई शहरी इलाकों में मजबूत चुनावी लड़ाई लड़ी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग 20-25% सीटों पर जीत और हार का अंतर मात्र 5000 वोटों तक रह सकता है। पिछले चुनावों के अनुभव के आधार पर कहा जा सकता है कि इन सीटों पर नतीजा किसी भी बड़े राजनीतिक बदलाव का संकेत दे सकता है।

महिला वोटरों का असर इस बार निर्णायक माना जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं को दी जाने वाली आर्थिक मदद और उनकी सक्रिय नीतियों ने महिला मतदाताओं में उत्साह पैदा किया है। हाई स्कूल की लड़कियों को साइकिल देने की परंपरा और शराबबंदी के फैसले ने भी उनकी भागीदारी को बढ़ावा दिया है। यही कारण है कि NDA आत्मविश्वास से भरपूर दिखाई दे रहा है।

दूसरी ओर, तेजस्वी यादव के ‘हर घर नौकरी’ के वादे ने युवाओं और बेरोजगार मतदाताओं में उत्साह जगाया है। अब सबकी निगाहें कल के मतदान और 14 नवंबर दोपहर को आए नतीजों पर टिकी हैं। बिहार चुनाव न केवल राज्य की राजनीति बल्कि पूरे देश की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकते हैं।