INDIA गठबंधन की मांग: क्या संसद का विशेष सत्र बुलवाने के लिए अब ट्रंप से गुहार लगानी पड़ेगी?
By : dineshakula, Last Updated : June 3, 2025 | 9:13 pm

नई दिल्ली, 3 जून: ‘इंडिया’ गठबंधन (India Alliance) की एक अहम बैठक के बाद विपक्ष ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी को जो पत्र लिखा गया है, उस पर 16 विपक्षी दलों के नेताओं के हस्ताक्षर हैं। यह कोई सामान्य पत्र नहीं है, बल्कि जनता की आवाज़ को संसद में रखने की मांग है। अगर युद्धविराम के लिए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सुझाव पर कार्रवाई हो सकती है, तो क्या विपक्ष के बार-बार आग्रह पर विशेष सत्र नहीं बुलाया जा सकता? क्या हमें इसके लिए अब ट्रंप के पास जाना पड़ेगा?”
प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में किन दलों ने किए हस्ताक्षर?
इस पत्र पर कांग्रेस, सपा, तृणमूल कांग्रेस (TMC), द्रमुक (DMK), शिवसेना (UBT), राजद, नेशनल कॉन्फ्रेंस, माकपा, भाकपा, IUML, RSP, झामुमो, भाकपा (माले) लिबरेशन, केरल कांग्रेस, वीसीके और MDMK के नेताओं के हस्ताक्षर हैं।
इस सूची में आम आदमी पार्टी (AAP) का नाम शामिल नहीं है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले प्रमुख नेताओं में से हैं।
AAP के हस्ताक्षर क्यों नहीं? TMC नेता डेरिक ओ’ब्रायन का स्पष्टीकरण
टीएमसी सांसद डेरिक ओ’ब्रायन ने बताया कि, “AAP की तरफ से भी इसी मुद्दे पर, समान भावना और सामग्री के साथ एक पत्र प्रधानमंत्री को भेजा जा चुका है। हो सकता है वह पत्र बैठक से पहले शाम 6 बजे तक भेजा गया हो।”
दीपेंद्र हुड्डा की मांग – संसद में हो चर्चा
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा: “INDIA गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को एकजुट होकर पत्र लिखा गया है कि देश की वर्तमान स्थिति पर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए। जब पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर जैसे बड़े सैन्य कदम उठाए गए, तब विपक्ष ने सरकार और सेना के साथ खड़े होकर एकता दिखाई। अब वक्त है कि संसद में इस पर चर्चा हो।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा सीजफायर की घोषणा के बाद सरकार को संसद में आकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और सभी दलों को धन्यवाद ज्ञापित करने का अवसर मिलना चाहिए।
पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर
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22 अप्रैल: कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत, जिनमें कई पर्यटक थे।
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6 मई: भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पीओके में कई आतंकी अड्डों को नष्ट किया।
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10 मई: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघर्षविराम की घोषणा की।
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भारत सरकार ने बाद में स्पष्ट किया कि यह युद्धविराम पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों के आग्रह पर हुआ, न कि किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से।