नई दिल्ली, 30 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण का प्रचार अभियान (Final campaign campaign) गुरुवार को थम गया। सातवें और आखिरी चरण के लिए एक जून को मतदान होना है। चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित (Announced on June 4th) किए जाएंगे।
चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने जनता को लुभाने के लिए कई बड़ी-बड़ी रैलियां, चुनावी अभियान और रोड शो किए। 16 मार्च को चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। जिसके बाद देशभर में आचार संहिता लागू हो गई थी। सात चरणों में होने वाले चुनाव अभियान में कांग्रेस पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंकने की कोशिश की।
16 मार्च से 30 मई तक यानी 75 दिनों की अवधि के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चुनावी रैलियों, रोड शो, न्याय यात्रा सहित अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से जनता से जुड़े। कांग्रेस पार्टी के मुताबिक, 75 दिनों की अवधि के दौरान राहुल गांधी ने करीब 107 चुनावी रैलियों को संबोधित किया।
इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान 100 से अधिक जनसभाएं की। इसके साथ ही इस दौरान उन्होंने 20 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस और 50 से अधिक अलग-अलग चैनलों को साक्षात्कार भी दिए।
कांग्रेस पार्टी के मुताबिक, 55 दिनों के इस चुनाव अभियान में प्रियंका गांधी वाड्रा ने 108 जनसभाओं और रोड शो में हिस्सा लिया। उन्होंने अमेठी और रायबरेली में हजारों कार्यकर्ताओं के दो सम्मेलनों को भी संबोधित किया। चुनाव अभियान के दौरान प्रियंका ने 100 से अधिक मीडिया बाइट्स, 5 प्रिंट मीडिया इंटरव्यू, 1 टीवी इंटरव्यू भी दिए।
बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का मुख्य मुद्दा गरीब परिवारों की महिलाओं और अप्रेंटिसशिप कार्यक्रमों के तहत युवाओं को सालाना 1 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देना रहा है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस बार केरल के वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से चुनावी मैदान में हैं।
सातवें और अंतिम चरण में 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 57 लोकसभा सीटों पर 1 जून वोट डाले जाएंगे, जिनमें पंजाब की 13, उत्तर प्रदेश की 13, ओडिशा की 6, बिहार की 8, पश्चिम बंगाल की 9, हिमाचल प्रदेश की 4, झारखंड की 3 और चंडीगढ़ की एक सीट पर मतदान होगा।