कोलकाता, 29 फरवरी (आईएएनएस)। ईडी और सीएपीएफ अधिकारियों पर हमले के मास्टरमाइंड टीएमसी नेता शेख शाहजहां (TMC leader Sheikh Shahjahan) की गिरफ्तारी के बाद राज्य में राजनीतिक घमासान (Political conflict) छिड़ गया है।
सत्तारूढ़ टीएमसी ने शाहजहां की गिरफ्तारी का पूरा श्रेय पुलिस को दिया है और इस बात को भी दोहराया कि यह गिरफ्तारी कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस टी.एस. शिवगणनम द्वारा गिरफ्तारी की राह में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने के बाद संभव हो पाई है।
घोष ने कहा कि मुझे विश्वास है कि अब महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह की भी गिरफ्तारी होगी। इसके अलावा ईडी को अब लोन वापस नहीं करने वालों के खिलाफ भी शिकंजा कसना चाहिए।
वहीं, संदेशखाली से सीपीआई(एम) के पूर्व विधायक निरपदा सरदार ने कहा कि इस गिरफ्तारी के मामले में टीएमसी पुलिस का महिमामंडन कर रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि यह गिरफ्तारी कलकत्ता उच्च न्यायालय की कड़ी टिप्पणी के बाद हुई है। वह शुरू से ही कह रहे हैं कि शाहजहां संदेशखाली में है।
स्थानीय लोगों को भड़काने के आरोप में गिरफ्तार बाद में उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद रिहा सरदार ने कहा, “मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि शाहजहां संदेशखाली में है। उसे कई स्थानीय लोगों ने देखा भी है, लेकिन पुलिस ने नहीं देखा। मैं यह भी कहता रहा कि जब तक टीएमसी की ओर से हरी झंडी नहीं दे दी जाएगी, तब तक उसकी गिरफ्तारी का मार्ग प्रशस्त नहीं होगा। अब जब सत्तारूढ़ दल को लगा कि उसकी गिरफ्तारी करनी चाहिए, तो ऐसा हुआ।”
सरदार के आरोपों को दोहराते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और लोकसभा सदस्य दिलीप घोष ने कहा कि शाहजहां के ठिकानों से पुलिस अवगत थी और उसे शरण दे रखी थी, अब पुलिस के पास उसे गिरफ्तार कराने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था।
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शाहजहां की गिरफ्तारी पर संतुष्टि जाहिर की है। उन्होंने कहा, “मुझे इस बात से खुशी है कि अब चीजें सही दिशा में हो रही हैं
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