CDS के बयान पर सियासी भूचाल: खरगे ने मांगा संसद का विशेष सत्र, कहा- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की हो जांच

इस दौरान ब्लूमबर्ग को दिए गए एक इंटरव्यू में उनसे भारत-पाक संघर्ष के दौरान भारतीय लड़ाकू विमानों को हुए नुकसान को लेकर सवाल किया गया।

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  • Publish Date - June 1, 2025 / 12:30 AM IST

नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के दौरान वायुसेना को हुए नुकसान को लेकर देश की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान के एक इंटरव्यू से यह मुद्दा फिर से गरमा गया है। कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पारदर्शी जांच और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।

दरअसल, CDS अनिल चौहान सिंगापुर में आयोजित 22वें ‘शांगरी-ला डायलॉग’ में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान ब्लूमबर्ग को दिए गए एक इंटरव्यू में उनसे भारत-पाक संघर्ष के दौरान भारतीय लड़ाकू विमानों को हुए नुकसान को लेकर सवाल किया गया।

इस सवाल पर जवाब देते हुए CDS चौहान ने कहा, “कोई भी युद्ध बिना नुकसान के नहीं होता। भारत ने पाकिस्तान को जिस प्रभावी ढंग से जवाब दिया, उसकी सभी ओर सराहना हो रही है। अच्छी बात यह है कि हम अपनी सामरिक गलतियों को पहचानकर उन्हें सुधार सकते हैं और दो दिनों के भीतर फिर से उसी योजना को लागू करते हुए कार्रवाई कर सकते हैं।”

इस बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी ने गंभीर सवाल उठाए हैं। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और देश को असल स्थिति की जानकारी मिलनी चाहिए। उन्होंने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है, ताकि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा की जा सके।

खरगे ने सोशल मीडिया पोस्ट में उठाए सवाल मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक लंबा पोस्ट शेयर करते हुए कहा,”CDS द्वारा दिए गए इंटरव्यू के बाद कई अहम सवाल खड़े हो गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर की समीक्षा कारगिल युद्ध की तरह एक स्वतंत्र रिव्यू कमेटी द्वारा की जानी चाहिए। इसके लिए संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए।”

खरगे ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने देश को सही जानकारी नहीं दी और लोगों को गुमराह किया। उन्होंने लिखा, “जब हमारे बहादुर वायुसेना पायलट दुश्मन से लड़ते हुए अपनी जान जोखिम में डाल रहे थे, तब सरकार पारदर्शिता से पीछे हट रही थी। हमें नुकसान हुआ है, इसे छिपाया नहीं जाना चाहिए।”

क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर’?

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर अभी तक आधिकारिक तौर पर पूरी जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन इसे हाल ही में भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। इस ऑपरेशन को लेकर विपक्ष लगातार सरकार से स्पष्टीकरण की मांग कर रहा है।

राजनीतिक हलकों में मचा हड़कंप

CDS के बयान के बाद जहां कांग्रेस हमलावर है, वहीं सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। विपक्ष का कहना है कि अगर देश ने सैन्य स्तर पर कोई बड़ा नुकसान उठाया है, तो उसकी जानकारी संसद और जनता को दी जानी चाहिए।