नई दिल्ली, 5 जून (आईएएनएस)। इंडिया गठबंधन (India Alliance) के सभी घटक दल बुधवार शाम दिल्ली में एकत्र हुए। यहां गठबंधन के नेताओं ने आगे की रणनीति तय करने के लिए करीब डेढ़ घंटे तक बैठक की। बैठक में गठबंधन की ओर से कहा गया कि वे उचित समय पर उचित कदम उठाएंगे।
हालांकि, गठबंधन ने अभी तक यह खुलासा नहीं किया है कि वे क्या कदम उठाने जा रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक के दौरान सभी की ओर से एक संयुक्त बयान में कहा, “लोगों ने भाजपा के शासन के खिलाफ वोट किया है। हम, भाजपा सरकार द्वारा शासित न होने की लोगों की इच्छा को साकार करने के लिए उचित समय पर उचित कदम उठाएंगे। यह हमारा निर्णय है कि हमने जनता से जो भी वादा किया है उसे निभाएंगे।”
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के घटक दल हमारे गठबंधन को मिले जबरदस्त समर्थन के लिए भारत के लोगों को धन्यवाद देते हैं। लोगों के जनादेश ने भाजपा और उनकी नफरत एवं भ्रष्टाचार की राजनीति को करारा जवाब दिया है। यह भारत के संविधान की रक्षा के लिए, महंगाई, बेरोजगारी और सांठगांठ वाले पूंजीवाद के खिलाफ और लोकतंत्र को बचाने के लिए एक जनादेश है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इंडिया गठबंधन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के फासीवादी शासन के खिलाफ लड़ना जारी रखेगा। हम भाजपा सरकार द्वारा शासित न होने की लोगों की इच्छा को साकार करने के लिए उचित समय पर उचित कदम उठाएंगे।
बहुमत से दूर रहा इंडिया गठबंधन अब अन्य राजनीतिक दलों का स्वागत करने को भी तैयार है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि इंडिया गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है जो भारत के संविधान की प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते हैं और इसके आर्थिक, सामाजिक तथा राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों से प्रतिबद्ध हैं।
इंडिया गठबंधन के घटक दलों की बैठक बुधवार शाम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई। उन्होंने गठबंधन के सहयोगी दलों से कहा कि मैं इंडिया गठबंधन के सभी साथियों का स्वागत करता हूं। हम एक साथ लड़े, तालमेल से लड़े और पूरी ताकत से लड़े। आप सबको बधाई।
कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक, 18वीं लोकसभा चुनाव का जनमत सीधे तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ है। चुनाव उनके नाम और चेहरे पर लड़ा गया था और जनता ने भाजपा को बहुमत न देकर उनके नेतृत्व के प्रति साफ संदेश दिया है।
गौरतलब है कि इस चुनाव में इंडिया गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने 292 सीटें जीती हैं।