“आपने आतंक के तमाम बड़े अड्डों को मिट्टी में मिला दिया”: वायुसेना के जवानों से बोले पीएम मोदी

उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा: “हमारे ड्रोन और मिसाइलों की शक्ति सोचकर पाकिस्तान को कई रातों तक नींद नहीं आएगी।”

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  • Publish Date - May 13, 2025 / 05:10 PM IST

आदमपुर, 13 मई – ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) मंगलवार सुबह पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुँचे, जहाँ उन्होंने वायुसेना के अधिकारियों और जवानों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा: “वे (आतंकवादी) कायरों की तरह छिपकर आए थे, लेकिन भूल गए कि उन्होंने जिसे ललकारा है, वह हिंदुस्तान की सेना है। आपने उन्हें सामने से हमला कर के मारा है। आपने आतंक के तमाम बड़े अड्डों को मिट्टी में मिला दिया। आपने 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया और 100 से अधिक आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया।”

उन्होंने आगे कहा: “अब आतंक के सरगनाओं को समझ आ गया है कि अगर भारत की तरफ नज़र उठाओगे, तो उसका एक ही अंजाम होगा – तबाही। भारत में निर्दोष लोगों का खून बहाने का एक ही परिणाम होगा – विनाश और महाविनाश।”

प्रधानमंत्री ने कहा: “जिस पाकिस्तानी सेना के भरोसे ये आतंकी बैठे थे, भारत की थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने उस पाकिस्तानी सेना को भी धूल चटा दी है। आपने उन्हें ये भी दिखा दिया है कि पाकिस्तान में अब ऐसा कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं बचा, जहाँ बैठकर आतंकी सुकून से सांस ले सकें। हम घर में घुसकर मारेंगे – और बचने का कोई मौका नहीं छोड़ेंगे।”

उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा: “हमारे ड्रोन और मिसाइलों की शक्ति सोचकर पाकिस्तान को कई रातों तक नींद नहीं आएगी।”

प्रधानमंत्री ने भारतीय परंपरा और विरासत की बात करते हुए कहा: “भारत बुद्ध की भी धरती है और गुरु गोबिंद सिंह जी की भी धरती है। गुरु गोबिंद सिंह जी ने कहा था: ‘सवा लाख से एक लड़ाऊँ, चिड़ियों से मैं बाज तुड़ाऊँ, तबै गुरु गोबिंद सिंह नाम कहाऊँ।’
अधर्म के विनाश और धर्म की स्थापना के लिए शस्त्र उठाना हमारी परंपरा रही है। इसीलिए जब हमारी बहनों-बेटियों का सिंदूर छीना गया, तो हमने आतंकवादियों के घर में घुसकर उनके फन को कुचल दिया।”

अंत में, उन्होंने भारतीय हथियारों की क्षमता की तुलना महाराणा प्रताप के प्रसिद्ध घोड़े चेतक से करते हुए कहा: “कौशल दिखलाया चालों में, उड़ गया भयानक भालों में। निर्भीक गया वह ढालों में, सरपट दौड़ा करवालों में।
ये पंक्तियाँ महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक के लिए लिखी गई थीं, लेकिन आज के आधुनिक भारतीय हथियारों पर भी यह पूरी तरह सटीक बैठती हैं।”