नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)। पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris olympics 2024) में भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने रजत पदक जीता। यह पेरिस ओलंपिक में भारत का पहला रजत पदक है और आजादी के बाद कुल मिलाकर 7वां ओलंपिक रजत पदक है। आजादी के बाद, भारत के लिए अब तक कुल सात खिलाड़ियों ने ओलंपिक में रजत पदक जीते ( Silver medals in the Olympics) हैं। आइए उन पर एक नजर डालते हैं।
नीरज चोपड़ा (जैवलिन थ्रो, 2024): हरियाणा के नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में अपने दूसरे प्रयास में सीजन का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.45 मीटर दर्ज किया था। हालांकि, वह स्वर्ण पदक से चूक गए और दूसरे स्थान पर रहे। अरशद नदीम ने पेरिस ओलंपिक पुरुष भाला फेंक प्रतियोगिता में 92.97 मीटर के ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
मीराबाई चानू (भारोत्तोलन, 2021): मणिपुर की मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में महिलाओं की 49 किलो वर्ग में रजत पदक जीता। उन्होंने कुल 202 किलो (स्नैच में 87 किलो और क्लीन एंड जर्क में 115 किलो) वजन उठाया। हालांकि पेरिस ओलंपिक में वह 1 किलोग्राम भार से कांस्य पदक से चूक गई थीं।
पीवी सिंधु (बैडमिंटन, 2016): हैदराबाद की पीवी सिंधु रियो ओलंपिक 2016 में इतिहास रचते हुए स्वर्ण पदक मैच तक पहुंचने वाली पहली भारतीय शटलर बनी थी। हालांकि, फाइनल में उन्हें स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार का सामना करना पड़ा और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। पेरिस ओलंपिक में सिंधु पदक के करीब नहीं पहुंच पाई थीं।
सुशील कुमार (कुश्ती, 2012): दिल्ली के सुशील कुमार ने बीजिंग ओलंपिक 2008 में कांस्य पदक जीता था, लेकिन उन्होंने चार साल बाद लंदन ओलंपिक में इसे रजत में बदल दिया था। दोनों बार उन्होंने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 66 किलो वर्ग में हिस्सा लिया और लगातार दो ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने थे।
विजय कुमार (निशानेबाजी, 2012): हरियाणा के विजय कुमार ने लंदन ओलंपिक 2012 में 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया। उन्होंने फाइनल में 30 का स्कोर किया था। पेरिस ओलंपिक में भी भारत को निशानेबाजी में तीन कांस्य पदक मिले हैं, लेकिन एक भी रजत पदक नहीं मिला।
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