रायपुर। कैबिनेट मंत्री एवं रायपुर लोकसभा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल (Raipur Lok Sabha candidate Brijmohan Agarwal) ने आज भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Former Chief Minister Bhupesh Baghel) पर मुकदमा दर्ज होते है हाय तौबा मचाना ,उन्हें हार से बचा नहीं पाएगा। भयंकर हार के डर से वह विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश कर रहे है जिससे उन्हें कोई लाभ नहीं होगा
कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जहां तक महादेव ऐप का विषय है, तो कांग्रेस के समय से ही इसकी जांच प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी, ऐसा तब की कांग्रेस सरकार का भी दावा था। आंध्र और तेलंगाना ने इस केस को ईडी को सौंप दिया तब इसके बाद ईडी इसमें हाथ ना डालें। इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नहीं छत्तीसगढ़ में केस दर्ज किया। अब अपने ही बने हुए जाल में खुद फंस गए हैं और बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। भूपेश बघेल को बताना चाहिए कि इस मामले में जुड़े हुए जितने गिरफ्तार हुए हैं और जितने अधिकारियों का नाम उसमें शामिल है उनसे भूपेश बघेल जी का क्या संबंध है? यह भूपेश बघेल को सार्वजनिक करना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर इसका हिस्सा कहां तक पहुंचता था, यह अभियुक्तों के वीडियो से भी सामने आया ही था। समाचारों में काफी कुछ इससे पहले भी आ ही चुका है। ईडी की जांच में स्पष्ट रूप से सामने आया था कि असीमदास नामक व्यक्ति के कब्जे से जो 5.39 करोड़ रुपए ईडी ने बरामद किए थे, उसे भूपेश बघेल को पहुँचाने के लिए दिया गया था, ऐसा असमीमदास ने कहा था। इसी तरह से जो वीडियो शुभम सोनी का दुबई से जारी हुई था, उसमें भी करोड़ों की रकम आरोपी भूपेश बघेल को देने की बात सामने आयी थी। आज भी आप गूगल पर 508 करोड़ टाइप करें तो भूपेश जी के कारनामे सामने आएँगे।
कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि तब की कांग्रेस सरकार में शक्तिशाली रहे नेताओं और अफसरों पर अन्य मामलों में भी लगाए गए आरोप इतने अधिक मजबूत हैं कि सुप्रीम कोर्ट तक इन्हें जमानत नहीं दे रहा है। महीनों से सभी जेल में बंद हैं। बार-बार जमानत मांगने पहुंचने पर सुप्रीम कोर्ट ने तो कोयला घोटाले की आरोपीपर एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगा दिया था। उलट राजनीतिक द्वेषवश मुकदमें आदि दर्ज करना भूपेश बघेल जी का ही कृत्य रहा था। सरकार में आते ही उन्होंने फर्जी मुकदमों की बौछार कर दी थी। दर्जनों एसआइटी गठन कर दिया था। बिजली कटौती का पोस्ट फेसबुक पर लिखने तक के लिए राजद्रोह का मुकदमा किया जाता रहा। किंतु कोई भी मुकदमें तब कोर्ट में टिके नहीं। लगभग सारे एसआइटी को कोर्ट ने गलत माना। तब हाईकोर्ट ने यह तक टिप्पणी की थी कि मुकदमें राजनीतिक द्वेषवश दर्ज किए गए हैं। यह कांग्रेस का चरित्र रहा है हमेशा।
कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पतन के साथ ही सुशासन लौट आया है, कानून भी अपना काम कर रहा है। भगवान का नाम लेकर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी रचने वालों पर पर महादेव का प्रकोपr बरसना तय है।
महादेव जी का प्रकोप कांग्रेस पार्टी और उसके तत्कालीन मुखिया भूपेश बघेल जी पर दिखाई देने लगा है।
भूपेश बघेल जी को बताना चाहिए कि महादेव ऐप से जुड़े हुए कितने लोग गिरफ्तार हुए हैं? जितने अधिकारियों का नाम उसमें आया है, उससे भूपेश बघेल जी के क्या संबंध है? ये उनको बताना चाहिए।… pic.twitter.com/Vh9pEhdyGH
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) March 18, 2024
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