रायपुर। भ्रष्टाचार रूपी बोतल में छत्तीसगढ़ शराब घोटाले (Chhattisgarh liquor scam) के जिन्नादों की जान सांसत में है। उन्हें जेल रूपी चिराग से निकलने की गुंजाइश न के बराबर है। क्योंकि ईडी की जांच के बाद विष्णुदेव साय की सरकार में अब EOW की जांच शुरू हो गई। इसमें नकली होलोग्राम के खेल में कई बड़े खिलाड़ी जांच टीम के राडार पर है।
EOW की टीम ने आबकारी विभाग के 2 अफसरों से की पूछताछ : सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के लिए बुलाए गए आबकारी विभाग के अधिकारियों ने सिंडिकेट की मदद करने वाले और सिंडिकेट के काम में शामिल कुछ अफसर के खिलाफ सबूत दिए हैं। ईओडब्ल्यू की पूछताछ में पांच पेज का बयान देने वाले अफसर कोर्ट में बयान के दौरान पलट ना जाए इसलिए ईओडब्ल्यू की टीम ने जज के सामने कलमबद्ध बयान करने की तैयारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक EOW के अधिकारी अब तक शराब घोटाले में आधा दर्जन से अधिक लोगों से कलमबद्ध बयान दर्ज कर चुकी है. जिनके बयान दर्ज हुए हैं उनमें से कई लोग ऐसे हैं जिनके खिलाफ शराब घोटाले में शामिल होने का भी आरोप है.
लिखित में बयान किया गया दर्ज: EOW ने 2 आबकारी अधिकारियों का कलमबद्ध बयान दर्ज करने के बाद दो और अधिकारियों को पूछताछ के लिए आने वाले दिनों में बुलाएंगे. ये ऐसे अधिकारी होंगे जो सिंडिकेट के कोर ग्रुप में शामिल अरुण पति त्रिपाठी के बेहद करीबी रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इस साल इन अफसरों ने सिंडिकेट की मदद करने के लिए ट्रांसफर लिस्ट भी अपने हिसाब से निकलवाई थी।
बीते दिनों जमीन में दफन नकली होलोग्राम भी जेसीबी से खुदाई कर निकलवाई गई थी। इसके अलावा उन गोदामों में भी जांच टीम ने बोतल के पैकेट बरामद किए है।
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