नक्सलियों से ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’! पर भूपेश और MP संतोष पांडेय में छिड़ा वाकयुद्ध

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Former Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कहा कि कोई भी व्यक्ति स्वर्गवासी हो जाये तो उससे सवाल कैसे कर सकते है

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  • Updated On - August 10, 2024 / 09:54 PM IST

  • मेरे पिताजी से सवाल कर रहे है, मूर्खता की हद हो गयी
  • छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी
  • पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पत्रकारों से चर्चा

रायपुर/10 अगस्त 2024। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Former Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कहा कि कोई भी व्यक्ति स्वर्गवासी हो जाये तो उससे सवाल कैसे कर सकते है जब सवाल का जवाब देने के लिये वो व्यक्ति उपस्थित नहीं है। भारतीय जनता पार्टी हमेशा दिवंगत से सवाल करते है गांधी जी से, नेहरू जी से, इंदिरा जी से सवाल करते है। आज मेरे पिताजी से सवाल कर रहे है, मूर्खता की हद हो गयी। मेरे पिताजी से राजनीतिक विरोधाभास थे। उनकी लाइन अलग थी, मेरे लाइन अलग थी। वो कहां आते थे, कहां जाते थे? उन्होंने सर्वोदय से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और अंतिम क्षणों में यही बात कर रहे थे कि बुद्ध की बात कहते थे बुद्ध के बिना पूरी दुनिया में शांति नहीं हो सकती।

  • उस व्यक्ति के बारे में इस प्रकार ओछी बयान देना बताता है कि संतोष पांडेय (MP Santosh Pandey) की मानसिकता क्या है? ऐसी मानसिकता वाले व्यक्ति को मैं कोई जवाब नहीं देना चाहता। घटिया मानसिकता के व्यक्ति है। किसके साथ संबंध है, किसके साथ नहीं। सब लोग जानते है नक्सली भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों के बंगले में उनके कार्यालय में हफ्ता वसूली किया करते थे। दिवंगत हो गये उनके बारे में सवाल खड़ा करना बड़े ही दुर्भाग्य की बात है।

मानव हाथी द्वंद को रोकने के लिये काम किये थे और हाथी मानव द्वंद को रोके थे और उसमें एमप्लीमेंट भी किया था उसका लाभ मिला। लगातार जंगल को काटते जायेंगे तो हाथी जायेंगे कहां? उनको रोकने का तरीका यही है हाथी प्रभावित क्षेत्र में हाथी जंगल में रहे और उसके लिये पानी और चारा का व्यवस्था करें। यदि उसके आश्रय को नष्ट करते जायेंगे तो हाथी जंगल से निकल कर गांव तरफ आयेंगे।

  • छत्तीसगढ़ सरकार वन इलेक्शन, वन नेशन कैसे करा सकती है? चुनाव केवल पंचायत, नगरीय निकाय के नहीं होते, चुनाव विधानसभा के भी होते है, लोकसभा के भी होते है जो राज्य सरकार के हाथ में नहीं है। वन नेशन वन इलेक्शन के बारे में ये क्या चर्चा करेंगे, इनकी चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर होगी और यह संभव नहीं है वन नेशन, वन इलेक्शन।

एक भी जगह अभ्यारण नहीं बना है। अभी जो मवेशी है वो सड़को और खेतो में है। सड़क में जानमाल का नुकसान हो रहा है और खेतो में फसल का नुकसान हो रहा है और सरकार हाथ में हाथ धरी बैठी हुयी है। किसी भी गांव में जाओ 100-50 छोटे जानवर दिखेंगे। इससे एक तरफ जानमाल का नुकसान हो रहा है और गोबर जहां-जहां पड़े उससे गंदगी फैल रही है, मच्छर पैदा हो रहे है और कई प्रकार की बीमारियां होने की संभावना होती है। शहर या गांव हो वहां हमने गौठान बनाया था उसमें रहने की व्यवस्था थी।

  • विधानसभा में कहा था यह पहली योजना है हिन्दुस्तान में। फसल भी बचाना है और जानमाल की रक्षा भी करना है। अगर कुछ सुझाव है तो एमप्लीमेंट करिये लेकिन गौठान बंद मत करिये, डेढ़ लाख सरकारी जमीन आरक्षित किये थे। गौठान में शेड, टाका बना और घेरा किया और चलती योजना को भाजपा के सरकार बनते ही बंद कर दिया। आज गांव-गांव में खुले जानवर से लोग परेशान है। 16 अगस्त को पाटन में खुले हुये मवेशी को ले जाकर एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन करेंगे। पूरे प्रदेश में यह प्रदर्शन होगा।

संतोष पांडे का भूपेश बघेल पर बड़ा हमला,गिरफ्तार नक्सली आपके पिता के सलाहकार रहे,ये रिश्ता क्या कहलाता है

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के सांसद संतोष पांडेय ने मानपुर-मोहला में 5 नक्सललियों और 5 अन्य लोगों की गिरफ्तारी के मामले में कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तीखा हमला बोला है। गिरफ्तार लोगों में से एक विवेक सिंह पूर्व मुख्यमंत्री के पिता स्व. नंदकुमार बघेल का सलाहकार रहा है। श्री पांडेय ने कहा कि स्व. बघेल का नक्सलियों के साथ संबंध था। अब पूर्व मुख्यमंत्री बघेल बताएँ, ये रिश्ता क्या कहलाता है?

  • भाजपा सांसद पांडेय ने गंभीर आरोप लगाया कि टेरर फंडिंग से विवेक के पास 12 ट्रक और पूरे क्षेत्र में ट्रेडिंग का कार्य शुरू किया और विनोद वर्मा के नेतृत्व ने भूपेश बघेल ने अपना चुनाव लड़ा। इसमें बस्तर और मानपुर क्षेत्र में, जहाँ नक्सल गतिविधि अधिक है, वहाँ भाजपा को वोट कम मिलने का कारण विवेक द्वारा भूपेश बघेल के लिए फंडिग किया जाना रहा।

भाजपा सांसद पांडेय ने बताया कि विवेक सिंह के दादा आर.एन. सिंह बहुजनी विचारक और पिता आर.एस. सिंह बहुजन अंबेडकरवादी विचारक कहे जाते हैं। खुद विवेक पेशे से एकाऊंटेट व जेएनयू के स्टुडेंट विंग का सदस्य है। 2017 में जेएनयू में कन्हैया कुमार की घटना के समय उसके सोशल मीडिया अकाउंट में राष्ट्र विरोधी कमेंट और पोस्ट लगातार आते रहे। एक दिन माँ दुर्गाजी विषय में अभ्रद्र टिप्पणी करने पर विवेक के विरुद्ध शिकायत दर्ज हुई जिसमें वह विचाराधीन रहा।

  • पांडेय ने कहा कि इसी दौरान उसके समर्थन में सरजू टेकाम की सक्रियता ने उसकी वामपंथी विचारधारा को प्रदर्शित किया तब हजारों की संख्या में हिन्दू जनभावना को आहत करने सरजू के नेतृत्व में आंदोलन हुए। सोनी शोरी जैसे घोर वामपंथियों ने उसके लिए मानपुर में आंदोलन किया। विवेक के परिवार द्वारा वामपंथी गतिविधि को फायनेंशियल मदद की जाती रही है। श्री पांडेय ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता मे आने के बाद विवेक ,वामपंथी विनोद वर्मा का सबसे करीबी रहा। विनोद वर्मा का सतत उसके निवास में आगमन और मुलाकात खुलेआम है।

भाजपा सांसद  पांडेय ने कहा कि विवेक सिंह की विचाराधारा तब और ज्यादा स्पष्ट हुई, जब वह पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के पिता स्व. नंदकुमार बघेल का सोशल मीडिया सलाहकार बनकर सामने आया। मानपुर में ध्वज जलाने का कृत्य इसी विवेक के नेतृत्व में हुआ और भगवान राम का पुतला दहन भी हुआ और उन्होंने माता चंडी को ऐसे अपशब्द कहे जिसे मै दोहरा नही सकता ,जनता जानती है।

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