यरूशलम, 4 जून (आईएएनएस)। इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने कहा है कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा गाजा पट्टी में ले जाए गए चार अन्य इजरायली बंधकों की मौत (Death of israeli hostages) हो गई है। साथ ही दावा किया है कि गाजा पर शासन करने वाले समूह के पास अभी भी उनके शव मौजूद हैं।
आईडीएफ प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि इजरायली सेना का अनुमान है कि ये चारों कई महीने पहले खान यूनिस क्षेत्र में एक साथ मारे गए, जब इजरायली सेना वहां अभियान चला रही थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, उन्होंने बताया कि उनकी मृत्यु की पुष्टि खुफिया जानकारी पर आधारित है और स्वास्थ्य मंत्रालय की एक विशेषज्ञ समिति ने इसे मंजूरी दी है।
उन्होंने कहा कि आईडीएफ उनकी मौत की परिस्थितियों की गहन जांच के साथ सभी संभावनाओं की भी जांच कर रहा है।
आईडीएफ ने चारों पीड़ितों की पहचान अमीरम कूपर, चैम पेरी, योरम मेट्ज़गर और नादव पॉपलवेल के रूप में की है।
80 वर्षीय कूपर पेरी और मेट्ज़गर गाजा पट्टी सीमा के पास नीर ओज के निवासी थे और दिसंबर में हमास द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में उन्हें जीवित देखा गया था।
वहीं पॉपलवेल (51) नीर ओज के पास नीरिम गांव के निवासी थे। उन्हें आखिरी बार मई की शुरुआत में हमास द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में जीवित देखा गया था।
इससे पहले सोमवार को आईडीएफ ने घोषणा की थी कि उसने 36 वर्षीय चिकित्सक डोलेव येहुद का शव उसके गांव नीर ओज में पाया और उसकी पहचान की है। सेना के अनुसार येहुद को सोमवार तक बंधक माना जा रहा था, लेकिन 7 अक्टूबर को ही हमास ने उसे मार दिया था।
गाजा पट्टी में वर्तमान में 124 इजरायली बंधक हैं, जिनमें से 43 को इजरायल ने मृत घोषित कर दिया है।
बता दें कि इस युद्ध में मरने वाले कुल फिलिस्तीनियों की संख्या 36,000 के पार हो गई है। पिछले साल अक्टूबर से ही इजरायल और हमास के बीच गाजा पट्टी में युद्ध चल रहा है।
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के गाजा में युद्ध विराम के प्रस्ताव का इजरायल में बंधकों के परिवारों ने समर्थन किया है। मगर इजरायली सरकार ने इस प्रस्ताव पर कहा है कि वह स्थिति को देखकर निर्णय ले पाएगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रस्ताव में इजरायली बंधकों की रिहाई के बदले स्थायी युद्ध विराम की बात कही गई है।