तेल अवीव, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। अपनी धरती पर ईरानी (Iranian) हमले को विफल करने के बाद, इजराइली सरकार चाहती है कि दुनिया ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) को एक आतंकवादी संगठन करार दे।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इजराइल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने अपने ब्रिटिश और फ्रांसीसी समकक्षों से इस बारे में बात की है।
इज़राइल ने आईआरजीसी पर कई आरोप लगाए हैं। आरोप है कि वह हमास, हिजबुल्लाह और हौथियों के हमलों में शामिल रहा है।
इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक, युद्ध कैबिनेट की बैठक में ईरान के खिलाफ जवाबी हमले को अंतिम रूप दिया गया है। लेकिन हमले के समय को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
इज़राइल ईरान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन जुटाना चाहता है।
इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के एक पूर्व मेजर जनरल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि ईरान पूरी ताकत से इजराइल पर हमला नहीं करेगा। रविवार को किया गया हमला, सिर्फ अपने लोगोें को यह समझाने के लिए था कि वह हमला कर सकता है।
उन्होंने कहा कि इजराइल ईरान की क्षमताओं को जानता है। अगर उसने इजराइल पर घातक हमला करने की कोशिश की, तो उसका गंभीर परिणाम हो सकता है। उन्होंने कहा कि ईरान यह जानता है।
हिब्रू और अरबी मीडिया ने बताया है कि इज़राइल जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है और समय व तरीका अभी स्पष्ट नहीं है।